पांच सितारा होटल में ले रहे लिट्टी चोखा का लुत्फ
गोरखपुर
अपना शहर तेजी से बदल रहा है। यह बदलाव उसकी अपनी शर्तों पर हो रहा है। इसकी ताजी मिसाल शहर के पहले पांच सितारा होटल रेडिसन ब्लू ने अपने दरवाजे उच्च और उच्च मध्य वर्ग के अलावा निम्न मध्य वर्ग के लिए खोलकर पेश की है। अगर आपकी जेब में 295 रुपए हैं तो आप आराम से इस पांच सितारा होटल में लिट्टी चोखा, बड़ा पाव, काठी रोल, इलाहाबादी रबड़ी, पाव भाजी, कुल्छे या देश के 15 राज्यों में ठेले-खोमचे पर मिलने वाले ऐसे किसी देशी व्यंजन का लुत्फ उठा सकते हैं।
ये चीजें यहां 30 जून तक के लिए लगे स्ट्रीट फूड फेस्टिवल में शाम 7 से रात 11 बजे तक मिल रही हैं। पांच सितारा में ठेले-खोमचे का व्यंजन परोसने के पीछे होटल प्रबंधन का मकसद अपने ग्राहकों का दायरा बढ़ाना और लोगों के मन से पांच सितारा के पहुंच से बाहर होने की सोच निकालना है। होटल के महाप्रबंधक आकाश राय सहगल ने कहा, 'अलग-अलग व्यंजनों के जरिए हम गर्मी की छुट्टियां खत्म होने से पहले लोगों को देश के तमाम राज्यों की सैर करा रहे हैं। लोग स्ट्रीट फूड को बेहद पसंद करते हैं लेकिन हाइजीन को लेकर शंका रहती है। यहां निश्चिंत होकर लोग अपने मनपसंद स्ट्रीट फूड का भरपूर मजा ले सकते हैं।’
मार्केटिंग और सेल्स डायरेक्टर अभिषेक सिंह ने कहा कि हाल में एक संस्था के जरिए गरीब बच्चों को होटल की सैर कराई गई। इसके पीछे मकसद उनके मन से पांच सितारा को लेकर अजनबीपन मिटाना और आत्मविश्वास बढ़ाना था। रेस्त्रां में बिल्कुल किसी हाट बाजार की तरह सजावट की गई है। रंगबिरंगा रिक्शा, पहियों वाले ठेले पर बने स्टॉल और चमचमाती सड़क। ऐसी तमाम चीजें यहां हैं। सेफ मनीष सिंह ने कहा कि यहां स्ट्रीट फूड का जायका बिलकुल वही है जिसके लिए वे पसन्द किये जाते हैं। सेफ रवि प्रकाश यादव ने बताया कि फेस्टिवल के व्यंजनों में उन्हीं मसालों और विधियों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिनके लिए ये जाने जाते हैं। सेफ अमित ने कहा, ‘हमारा मकसद हर आय वर्ग के व्यक्ति को कुछ अलग अहसास (फील ए डिफरेंस) कराना है।’