पहली बार सरकारी अस्पतालों में चल रहा कोरोना पॉजिटिव का इलाज
रायपुर
प्रदेश में कोरोना एक्टिव फिर से बढ़कर 10 हो गए हैं और उन सभी का रायपुर एम्स, बिलासपुर व अंबिकापुर में इलाज जारी है। इसमें से रायपुर एम्स में भर्ती कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा है। वहीं बिलासपुर व अंबिकापुर में मरीज को बीती शाम-रात तक भर्ती मरीजों की हालत स्थिर बताई जा रही है। रायपुर के एम्स के अलावा अब तक बिलासपुर के निजी अपोलो अस्पताल में ही एक कोरोना-मरीज को रखा गया था, यह पहला मौका है जब एम्स के बाहर राज्य सरकार के किसी अस्पताल में पॉजिटिव मरीजों को रखा गया है।
प्रदेश में अलग-अलग राज्यों से मजदूरों के आने का क्रम जारी है। इन्हीं मजदूरों में से जांजगीर-चांपा के पांच मजदूर जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन सभी का बिलासपुर जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। यहां कोरोना मरीजों के लिए अलग से इलाज की व्यवस्था की गई है। इसी तरह कोरिया में सामने आए एक पॉजिटिव को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम संबंधित जगहों तक पहुंच कर उनके संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान में लगी है। दोनों जिलों से सामने आए ये मजदूर गुजरात, उत्तरप्रदेश कमाने-खाने के लिए गए थे और फिलहाल क्वारंटाइन सेंटर में थे। रायपुर एम्स में चार कोरोना मरीज भर्ती हैं। इसमें दुर्ग के दो, सूरजपुर व बालोद के एक-एक शामिल हैं।