पति की मौत के बाद पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ दी मुखाग्नि
कोरबा
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पति की मौत के बाद पत्नी ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ पति को मुखाग्नि दी. बेटा नहीं होने पर परिवार की मुखिया होने के नाते पत्नी ने पति का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान से किया.
बता दें कि सफेद साड़ी में मुक्तिधाम में महिला ने अपनी दोनों मासूम बेटियों के साथ पति को मुखाग्नि दी. दरअसल, पिंकी भारत नामक इस महिला के पति (ओम प्रकाश) की एक हादसे में मौत हो गई थी. परिवार का कोई जिम्मेदार सदस्य मुखाग्नि देने सामने नहीं आया. पत्नी की भी हिम्मत शुरुआत में जवाब दे रही थी, लेकिन धर्म का पालन करना था. लिहाजा, उसने यह कठिन निर्णय लिया और अपने पति को मुखाग्नि दी. महिला को दो बेटियां और दोनों ही नाबालिग हैं.
कोरबा के बांकीमोंगरा निवासी ओम प्रकाश शारदा विहार आमरैयापारा में रहता था. ओम प्रकाश एक हादसे का शिकार हो गया. बता दें कि जब ओम प्रकाश सिगड़ी में केरोसिन डालने गया था. उसे लगा था कि कोयला बुझा हुआ है और उसने जैसे ही केरोसिन डाला तो आग की तेज लपटें उठी, जिसमें वह गंभीर रूप से झुलस गया.
वहीं जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर सिम्स रेफर किया गया. बिलासपुर में हालत में सुधार नहीं होने पर परिजन उसे रायपुर में इलाज करवाने के लिए ले आए, लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली और मौत हो गई. मिली जानकारी के मुताबिक मृतक के भाई अच्छे पदों पर कार्यरत हैं. उन्हें इसकी सूचना भी दी गई, लेकिन वे अपनी व्यस्तता का हवाला देकर अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए.
इधर, शरदविहार के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कराने पहुंचे पुजारी अमरनाथ ठाकुर ने बताया कि बच्चे छोटे होने के कारण मुखाग्नि नहीं दे सकते थे. पुजारी ने बताया कि उनके जीवन में ये पहला मौका था जब महिला ने अपने पति को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया.