नरोत्तम से मिले CM शिवराज ,बंद कमरे में आधा घंटा चर्चा , मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज

भोपाल

राज्यसभा चुनाव  से पहले एक बार फिर शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार  की अटकलें तेज हो गई है। गुरुवार को भाजपा नेताओं की बडी बैठक के बाद आज सुबह मुख्यमंत्री शिवराज गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलने उनके बंगले पहुंचे। बंद कमरे में दोनो के बीच करीब आधा घंटा चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच उपचुनाव, राज्यसभा और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई।इधर, पार्टी में पनपा असंतोष भी मुख्यमंत्री के सामने चुनौती बना हुआ है।अपनों की नाराजगी मंत्रिमंडल विस्तार में बड़ा अडंगा साबित हो रही है और बार बार टलता जा रहा है।खैर अब देखना दिलचस्प होगा कि शिवराज इन चक्रव्यूह को कैसे भेदकर बाहर निकलते है और अपने कुनबे में किस किस को शामिल करते है।

खास बात ये है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला मौका था जब शिवराज खुद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात करने उनके बंगले पहुंचे थे। ऐसे में सुगबुगाहट तेज हो गई है कि आने वाले हफ्ते में शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते है। इसके पहले 3 जून को मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा थी, लेकिन भाजपा नेताओं में पनपे असंतोष के बाद फैसला टाल दिया गया है।लेकिन लगातार भाजपा विधायकों की बयानबाजी और प्रेशर पॉलिटिक्स के बाद एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा शुरु हो गई है। चर्चा ये भी है कि शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में 6 से 8 पद रिक्त रखना चाहते है, जिसे उपचुनाव के बाद उन पदों को भरा जा सकता है।

सिंधिया समर्थकों का मंत्री बनना तय

इसमें सिंधिया समर्थकों का मंत्री बनना तय माना जा रहा है लेकिन बीजेपी विधायकों के मंत्री बनने पर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है।स मंत्री मंडल में सिंधिया(scindia) के समर्थक इमरती देवी(imarti devi), प्रद्युम्न सिंह तोमर(pradyuman singh tomar) ,महेंद्र सिंह सिसोदिया(manish singh sisodhiya) ,प्रभु राम चौधरी ,राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और रणवीर सिंह को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।इसके अलावा एन्दल सिंह कंसाना ,बिसाहू लाल सिंह और हरदीप सिंह डंग मंत्री बन सकते हैं ।कुल 25 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाने की संभावना है जिनमें बीजेपी प्रदेश इकाई के साथ चर्चा करके शिवराज सिंह चौहान ने जो सूची तैयार की है उसमें सिन्धिया समर्थको के अलावा गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह(bhupendra singh), रामपाल सिंह, अजय विश्नोई, यशोधरा राजे सिंधिया गौरीशंकर बिसेन राजेंद्र शुक्ला केदारनाथ शुक्ला विश्वास सारंग(vishwas sarang) विष्णु खत्री अरविंद भदोरिया, संजय पाठक(sanjay pathak) विजय शाह, डॉ सीताशरण शर्मा, उषा ठाकुर रमेश, मेंदोला महेंद्र हार्डिया, चेतन कश्यप, महेंद्र यादव, ओमप्रकाश सकलेचा के नाम शामिल हैं ।हालांकि इनमें कुछ नामों में केंद्रीय नेतृत्व परिवर्तन कर सकता है और कुछ नए नामों को इनमें जोड़ा जा सकता है।

भाजपा विधायकों की प्रेशर पॉलिटिक्स
जैसे जैसे मंत्रिमंडल का विस्तार टल रहा है, वैसे-वैसे दावेदारों में बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल शुरु हो गया है।पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अपने पिछले कार्यकाल का हवाला देकर जगह पाने की कोशिश में जुटे है। हाल ही में गोपाल भार्गव, गौरीशंकर बिसेन ,विजय शाह औऱ पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पटवा (Surendra Patwa) द्वारा परफॉर्मेंस की बात छेड़ी गई थी।वही अंदरखानों में भी जबरदस्त असंतोष पनप रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सामने मंत्रिमंडल विस्तार करना सबसे टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। अब देखना है कि शिवराज इन सबसे से कैसे पार पाते है औ किस किस को अपने मंत्रिमंडल मे शामिल करते है।

 

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