नरोत्तम मिश्रा ने कहा किसान कर्ज माफी सदी का सबसे बड़ा घोटाला
भोपाल। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि किसानों के कर्ज माफी के जिस वचन के सहारे कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में आई थी, उसमें किसानों के नाम पर सदी का सबसे बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने ब्लैंक चेक की तरह कर्ज माफी के प्रमाण पत्र बांटे लेकिन वास्तव में कर्ज माफी हुई ही नहीं। सरकार के खजाने से पैसा भी निकल गया लेकिन किसानों के खाते में नहीं पहुंचा तो आखिर पैसा कहां गया। यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में की गई कर्ज माफी की पूरी जांच कराएंगे। इसकी तह में जाएंगे और उसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि केवल छिंदवाड़ा और झाबुआ को छोड़कर कहीं भी किसानों का दो लाख रुपए का कर्ज माफ नहीं हुआ है। बैंकों से किसानों को नोड्यूज नहीं मिले। मिश्रा ने प्रमाण के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के हस्ताक्षर वाले कर्ज माफी के प्रमाण पत्र भी पत्रकारों को बताते हुए कहा कि जो किसानों को कर्ज माफी के प्रमाण पत्र दिए गए वे पूरी तरह से फर्जी थे, और ब्लैंक चेक की तरह कमलनाथ के हस्ताक्षर के साथ इन्हें किसानों के पास भेज दिया गया था। इसमें ना तो कोई नाम था ना कोई नंबर ना कोई राशि थी। बाद में किसानों ने अपने हाथों से इससे भरा लेकिन कर्ज माफी नहीं हो पाई। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कर्ज माफी का जो रिकॉर्ड सामने आया तो हम चिंतित हो गए। मध्य प्रदेश के किसानों के साथ इतना बड़ा छल या सदी का सबसे बड़ा घोटाला कमलनाथ सरकार ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना के नाम पर किया है।