नई बाघिन की दस्तक, मोर के शिकारियों के खिलाफ सख्त हुआ वन विभाग
भोपाल
बालमपुर में नई बाघिन ने एक बार फिर वन विभाग के गश्ती दल की नींद उड़ा दी है। उसके मूवमेंट की वॉचिंग ट्रैस कैमरों से करायी जा रही है। भोपाल वन मंडल की विदिशा रोड स्थित बालमपुर बीट में एक नई बाघिन ने दस्तक दी है। वन विभाग के अफसरों का अनुमान है कि यह बाघिन रायसेन के जंगल से आई है। बालमपुर क्षेत्र में बाघिन के आने के बाद यहां पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। वहीं गांव में मुनादी की गई है। बाघिन के मूवमेंट के कारण ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में वर्ष 2012 के पहले बाघ का मूवमेंट था, उसके बाद वह दिखाई नहीं दिया। अब एक बाघिन फिर दिखाई दे रही है।
भोपाल वन मंडल के इस क्षेत्र में अब तक दो बाघों का मूवमेंट रहा है, लेकिन बाघिन का मूवमेंट पहली बार देखा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह बाघिन रातापानी के जंगलों से निकलकर बिनेका, सुल्तानपुर से होते हुए यहां पहुंची है। उनका कहना है कि बाघिन संभवत: सुरक्षित प्रजनन के लिए इस क्षेत्र में आई है। भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के सीसीएफ एसपी तिवारी का कहना है कि रातापानी सेंचुरी में पहले 16 बाघ हुआ करते थे, वहीं वर्ष 2014 की गणना के मुताबिक इनकी संख्या तीस के आसपास हो गई है। इनकी सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
वन विभाग राजधानी के आसपास मोरों के शिकारियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाएगा। इसके लिए विभाग के उड़नदस्ते ने रणनीति बना ली है और आसपास के गांवों के मुखबिरों को अलर्ट कर दिया गया है। वन विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस साल सौ से अधिक मोरो ंका शिकार हुआ है लेकिन उनकीशिकारियों को पकड़ने के मामले में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली। पिछलेदिनों वन मंडल के उड़नदस्ते ने रविवार को मोर के पांच किलो मांस के साथ चार शिकारियों गिरफ्तार किया था। इन शिकारियों ने बैरसिया रेंज के भोजपुरा जंगल से दो मोर का शिकार किया था। उड़नदस्ते ने आरोपियों के पास से एक आॅटो और दो मोटर साइकल जब्त की थी लेकिन उसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। उड़नदस्ते के प्रभारी वीके बिल्लौरे का कहना है कि पुराने शहर के कुछ होटलों को चिन्हित किया गया है जहां पर हिरण औरमोर का मांस बिकता है। सर्चिंग के बाद इनके खिलाफ अभियान चला कर शिकारियों को पकड़ा जाएगा।