धीमी शुरुआत के बाद मॉनसून ने पकड़ी रफ्तार, 4 दिनों में 10 राज्यों तक पहुंचा

नई दिल्ली
पिछले 12 सालों में इस साल मॉनसून के लिए लोगों को सबसे लंबा इंतजार करना पड़ा। हालांकि, बीते 4 दिनों में मॉनसून ने रफ्तार पकड़ी और 10 राज्यों तक पहुंच गया। 19 जून से मॉनसून ने तेज रफ्तार पकड़ी है और अब यह उत्तर भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इस सप्ताह कई और हिस्सों में भी बारिश के साथ राहत की उम्मीद की जा रही है। अगले 24 घंटे में मॉनसून के लखनऊ पहुंचने की उम्मीद है।
बंगाल की खाड़ी पर असामान्य दबाव, मुंबई से पहले वाराणसी पहुंचा मॉनसून
रविवार को मॉनसून पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी तक पहुंच गया। पिछले बुधवार को बंगाल की खाड़ी पर बने दबाव से मॉनसून का तेजी से आगे बढ़ने का क्रम शुरू हुआ और 4 दिनों में ही करीबन 700 किमी. के क्षेत्र तक पहुंच गया। बंगाल की खाड़ी पर बना यह दबाव सामान्य से अलग है क्योंकि इस साल मॉनसून अब तक वाराणसी पहुंच गया है, लेकिन मुंबई पहुंचना बाकी ही है। आम तौर पर मॉनसून के मुंबई पहुंचने की तारीख 10 जून रहती है।

मुंबई तक पहुंचने का अनुमान
मौसम विभाग के प्रमुख मॉनसून विशेषज्ञ डी शिवानंद पाई ने बताया कि अगले 2 दिनों में मॉनसून के मुंबई पहुंचने की भी उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'अगले 1 से 2 दिन में मॉनसून के मुंबई पहुंचने की उम्मीद है और 25 जून तक पूरे महाराष्ट्र में मॉनसून पहुंच सकता है। इसके बाद हम उम्मीद कर रहे हैं कि मौसम में एक ठहराव की स्थिति बनेगी।' डॉक्टर पाई ने बताया कि उत्तर भारत में मॉनसून सोमवार को आगे के हिस्सों तक पहुंच सकता है क्योंकि लो प्रेशर सिस्टम बन रहा है।

मॉनसून में देरी से औसत से कम बारिश
मॉनसून के पहुंचने के बाद भी मौमस वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्षा की कमी के आंकड़े की भरपाई नहीं हो पाएगी। 19 जून तक औसत से 44% तक कम बारिश हुई थी, लेकिन पिछले 4 दिनों में हुई बारिश के बाद यह घटकर 38% तक पहुंचा है। हालांकि, अभी भी औसत से काफी कम बारिश हुई है। इस साल देरी से मॉनसून के पहुंचने और फिर उसकी धीमी गति के कारण कम बारिश का संकट बरकरार है।

सूखे से जूझ रहे इलाकों के लिए अच्छी खबर
मॉनसून के देरी से पहुंचने के बावजूद यह सप्ताह सूखे से जूझ रहे इलाकों के लिए अच्छी खबर लेकर आ सकता है। मध्य भारत और दक्षिण भारत के जिन हिस्सों में सूखे का संकट है, उनके लिए इस सप्ताह बारिश अच्छी खबर लेकर आ रही है। बिहार में भी बारिश के कारण गर्मी से कुछ राहत मिली है। इसके अलावा बारिश के कारण राज्य में चमकी बुखार पर भी नियंत्रण में कुछ राहत मिलेगी।

मराठवाड़ा और विदर्भ के लिए राहत की बारिश
मराठवाड़ा और विदर्भ दोनों ही क्षेत्र सूखाग्रस्त हैं और पानी के संकट से जूझ रहे हैं। रविवार को दोनों ही हिस्सों में बारिश हुई और लोगों के लिए यह राहत की खबर है। मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके छत्तीसगढ़, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मॉनसून सक्रिय है। कर्नाटक, तेलंगाना, पश्चिमी मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी रविवार को अच्छी बारिश हुई।

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