दूरी नहीं बल्कि नजदीकी बढ़ाती है लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप, जानें क्या कहती है स्टडी

अगर आपको लगता है कि पार्टनर से दूर रहकर रिश्ता आगे नहीं बढ़ सकता और उसके कामयाब होने की संभावना ना के बराबर है तो आप गलत हो सकते हैं। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप का सक्सेस रेट 58 प्रतिशत है और ये भी पाया कि ये भौगोलिक दूरी रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करती है।

स्टडी की जानकारी
ये स्टडी कीरो नामक सेक्स टॉय ब्रांड के द्वारा करवाई गयी। शोधकर्ताओं ने 1000 लोगों को इस शोध में शामिल किया जो लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रह चुके हैं और इस दौरान आने वाले पड़ाव और सकारात्मक बदलावों का अनुभव कर चुके हैं। इनमें से 27 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो शुरू से लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में थे और कभी साथ नहीं रहे।

क्या आया नतीजा
कमाल की बात ये है कि 81 प्रतिशत प्रतिभागियों ने ये स्वीकार किया कि उनकी मुलाकात बहुत ज्यादा इंटिमेट, रोमांटिक और स्पेशल थी और ये लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप के कारण हो पाया था। 55 प्रतिशत लोगों ने ये स्वीकार किया कि रिश्ते में दूर रहने के कारण वो अपने पार्टनर से ज्यादा जुड़ा हुआ महसूस करते हैं जो उनके रिश्ते की उम्र को बढ़ाता है।

सकारात्मक पक्ष
हर 10 में से 7 प्रतिभागी अर्थात तकरीबन 69 प्रतिशत लोगों ने ये महसूस किया कि वो दूर रहने पर एक दूसरे से ज्यादा बात करते हैं। क्या आपको हैरानी हो रही है कि इनके बीच इतनी अच्छी बॉन्डिंग कैसे संभव हो पायी? इसका श्रेय टेक्नोलॉजी को जाता है।

88 प्रतिशत लोगों ने भौगोलिक दूरी होने के बाद भी पार्टनर के साथ अपने रिश्ते में आयी मजबूती के लिए टेक्नोलॉजी को मददगार ठहराया। इस रिपोर्ट के मुताबिक, एक कपल औसतन हफ्ते में आठ घंटे कॉल या फिर वीडियो चैट करता है। इतना ही नहीं वो एक हफ्ते के भीतर एक दूसरे को तकरीबन 343 टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं।

समय है एक बड़ा फैक्टर
इस शोध के दौरान मिले डाटा को देखते हुए ये पता चलता है कि इस तरह के रिलेशनशिप में कपल्स के लिए शुरुआत के चार महीने बहुत कठिन होते हैं। मगर जब दूरी के बावजूद पार्टनर्स आठ महीने का समय बीता लेते हैं तब उनके बीच चीजें बेहतर होने लगती हैं।

सबसे बड़ा चैलेंज
लॉन्ग डिस्टेंस रिश्ते में कपल्स की शारीरिक जरूरतें पूरी नहीं हो पाती हैं और ये उनके रिलेशनशिप में एक बड़ी समस्या है। 66 प्रतिशत लोगों ने भी इस बात को स्वीकार किया है। गौरतलब है कि इस शोध में शामिल आधे प्रतिभागियों ने सेक्स टॉयज के साथ एक्सपेरिमेंट करने की इच्छा जाहिर की ताकि रिलेशनशिप में फिजिकल इंटिमेसी बनी रहे।

और भी हैं मुश्किलें
असुरक्षित और अकेला महसूस करना, अलग अलग टाइम जोन का होना, बातचीत में कमी, एक दूसरे को खो देने का भय, एक दूसरे से मिलने जाने पर अधिक खर्चा होना जैसी कई समस्याएं हैं जो लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहने वाले कपल्स के सामने आती हैं। मगर जब प्यार का एहसास दोनों तरफ बराबर होता है तब इस तरह की समस्याएं भी गौण हो जाती हैं।

 

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