दिविज शरण अब एशिया के शीर्ष रैंकिंग के युगल खिलाड़ी

नई दिल्ली 
दिविज शरण एटीपी युगल रैंकिंग सूची में अब केवल भारत के ही नहीं बल्कि एशिया के भी नंबर एक खिलाड़ी बन गए हैं जो हाल में तीन पायदान के फायदे से 42वें नंबर पर पहुंच गए। उनसे ऊपर सभी 41 खिलाड़ी यूरोप, अमेरिका और कुछ दक्षिण अमेरिकी देश जैसे ब्राजील और अर्जेंटीना के हैं। दिविज ने कहा, ‘इस उपलब्धि तक पहुंचकर अच्छा महसूस हो रहा है। यह ऐसी उपलब्धि है जो पूरी जिंदगी मेरे साथ ही रहेगी।’ तोक्यो ओलिंपिक को ध्यान में रखते हुए इस बायें हाथ के खिलाड़ी ने हमवतन रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ी बनाई थी और टाटा ओपन महाराष्ट्र में जीत से शानदार शुरुआत की थी। हालांकि यह भागीदारी ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल सकी और उनके कई नतीजे काफी खराब रहे। उनकी 40 रैंकिंग बतौर टीम उन्हें बड़े टूर्नमेंट में प्रवेश नहीं दिला सकी।

इससे दिविज को सत्र के दौरान कई जोड़ीदार बदलने पड़े। इस साल खेले गए 28 टूर्नमेंट में दिविज ने 10 अलग अलग जोड़ीदारों के साथ जोड़ी बनाई और उन्हें ब्राजील के मार्सेलो डेमोलिनर के साथ अच्छे परिणाम मिले जिनके साथ वह म्यूनिख में बीएमडब्ल्यू ओपन के फाइनल तक भी पहुंचे। उन्होंने स्लोवाकिया के इगोर जेलेने के साथ मिलकर सेंट पीटर्सबर्ग ओपन में जीत हासिल की। इंडियन ऑयल के साथ कार्यरत दिल्ली के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘यह सच है कि मैं अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ खेला हूं लेकिन पिछले 52 हफ्तों में आर्टेम, रोहन और मार्सेलो के साथ मेरी कुछ जोड़ियां अच्छे नतीजे दिलाने वाली रही हैं। इन हर जोड़ीदारों के साथ मैंने अपने खेल पर ध्यान लगाने की कोशिश की है कि मैं टीम के लिए कितना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे सकता हूं।’ 

दिविज ने कहा कि वह और बोपन्ना फिर से टूर पर एक साथ वापसी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘रोहन और मुझे जोड़ी तोड़नी पड़ी थी क्योंकि हम एक साथ बड़े टूर्नमेंट नहीं मिल रहे थे। हम दोनों ओलिंपिक में एक साथ खेलने के लिए तैयारी कर रहे हैं। हम खेलों से पहले एक साथ कुछ टूर्नमेंट खेलने की कोशिश करेंगे बल्कि हम अगले हफ्ते ही स्टॉकहोम ओपन में भी एक साथ खेलेंगे।’ दिविज और बोपन्ना (रैंकिंग 44) दोनों सरकार की टॉप्स योजना का हिस्सा हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *