दिल्ली-NCR में फिर घातक हुआ प्रदूषण का स्तर, कई इलाकों में AQI 400 पार
नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ गया है. राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में गुरुवार को AQI 400 के पार पहुंच गया, जो खतरनाक स्तर की श्रेणी में आता है. दिल्ली के आनंद विहार इलाके में AQI 409, बवाना में 406, विवेक विहार में 391 और रोहिणी में 413 रिकॉर्ड किया गया है.
बता दें कि बीते कुछ दिनों में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम हो गया था, लेकिन अब एक बार फिर दिल्लीवालों का सामना जहरीली हवा से हो रहा है. दिल्ली में प्रदूषण पर फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक लोधी रोड पर पीएम 2.5 स्तर 297 (खराब स्तर) और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम पर 346 (बहुत खराब स्तर) दर्ज किया गया.
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड कहना है कि हवा की गुणवत्ता मौसम संबंधी बहुत सारे गतिशील कारकों पर निर्भर करती है जो भौगोलिक स्थानों के हिसाब से अक्सर बदलते रहते हैं. मुख्यत: हवा की गति, हवा की दिशा और तापमान किसी जगह की हवा की गुणवत्ता तय करते हैं.
प्रदूषण पर शहरी विकास मंत्रालय ने की बैठक
वहीं वायु प्रदूषण पर संसद की स्थायी समिति ने बुधवार को एनडीएमसी, पर्यावरण मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों को तलब किया था. इस अहम बैठक में गौतम गंभीर, हेमा मालिनी, संजय सिंह, कल्याण बनर्जी, सीआर पाटिल, एसपीएस बघेल समेत कई अन्य सदस्य भी मौजूद रहे. यही नहीं, शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, पर्यावरण सचिव सीके मिश्रा समेत सभी 18 सदस्य इस बैठक में शामिल हुए.
प्रदूषण की वजह से बढ़ रही हैं त्वचा संबंधी परेशानियां
दिल्ली-एनसीआर में लगातार प्रदूषण बढ़ने-घटने के क्रम में चिकित्सकों ने बुधवार को कहा कि देश की राजधानी में त्वचा संबंधी समस्याओं में 30 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है. दिल्ली-एनसीआर का जहरीला प्रदूषण न सिर्फ यहां रहने वालों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल रहा है, बल्कि उनकी त्वचा पर भी काफी असर डाल रहा है. इससे लोगों को एलर्जी, खुजली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक एम्स, नई दिल्ली में डर्मेटोलॉजी विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर वी.के. शर्मा के अनुसार, प्रदूषण के कारण त्वचा में समय से पहले अधिक उम्र का प्रभाव, झाइयां, खुजली और त्वचा से संबंधी अन्य परेशानियां सामने आई हैं. शर्मा ने आगे कहा, शोध में यह बात सामने आई है कि वायुमंडल में बढ़े पीएम 2.5 के स्तर के कारण त्वचा में जलन महसूस होती है. प्रदूषण के कारण दिल्ली में त्वचा रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.