दिल्ली में बना था मास्टर प्लान, एमपी पहुंचे थे 150 CRPF जवान
भोपाल
मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर छापेमारी के दौरान एक बड़ी जानकारी सामने आई है। सूत्रों केअनुसार, मध्यप्रदेश के आयकर अफसरों को कार्रवाई की जानकारी नहीं दी गई थी। इसके साथ ही दिल्ली की टीम ने मध्यप्रदेश पुलिस की भी मदद नहीं ली। पहली बार सीआरपीएफ के जवानों को छापेमारी की कार्रवाई में शामिल किया गया। सूत्रों का कहना है कि शनिवार को दिल्ली से 150 सीआरपीएफ के जवान मध्यप्रदेश पहुंचे थे। जब शनिवार को 150 सीआरपीएफ जवानों की एक कंपनी दिल्ली से मध्य प्रदेश जा रही थी, तब राज्य के खुफिया अधिकारियों को संकेत मिल गए थे, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी और सहयोगियों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई हो रही है।
केन्द्र ने कहा था चुनाव के लिए मूममेंट
सूत्रों का कहना है, जब राज्य की खुफिया इकाई ने जब सीआरपीएफ के जुटने पर केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा, तो उन्हें बताया गया कि यह चुनाव के लिए था। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की सहयोगात्मक कार्य का उल्लेख नहीं किया गया था। सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई से पहले राज्य सरकार के कर्मचारियों को गुमराह किया गया था। बता दें कि मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल समेत गोवा और दिल्ली में लगभग 50 ठिकानों पर रविवार सुबह करीब 3 बजे से आयकर विभाग की कार्रवाई शुरू हुई है।
दस्तावेज बरामद
भोपाल के अंसल अपार्टमेंट में दो मकानों के साथ और प्लैटिनम प्लाजा में अश्विन शर्मा के घर में आयकर विभाग की कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि कुछ IAS और IPS अधिकारियों द्वारा निवेश से संबंधित दस्तावेज कथित रूप से एक स्थान पर पाए गए हैं। आयकर विभाग ने रविवार को कमलनाथ से जुड़े लोगों के खिलाफ दिल्ली और मध्य प्रदेश में कम से कम 50 स्थानों पर कार्रवाई शुरू की थी।
इस तरह कार्रवाई के लिए पहुंची आईटी टीम
जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग की टीम के 50 अधिकारी 5 ट्रेवलर, एक इनोवा और एक बुलेरो से पहुंचे थे। अधिकारी देर रात एयरपोर्ट से इन्हीं वाहनों में बैठकर देवास गए। वहां से सीआरपीएफ के जवानों को लेकर रात 2 से 3 बजे भोपाल पहुंचे। जिसके बाद दो वाहन श्यामला हिल्स की तरफ मुड़ गए। 5 प्लेटिनम प्लाजा पहुंचे और फिर वहां से 2 वाहन 6 नम्बर स्थिति माचना कॉलोनी पहुंचे।
दिल्ली में भी छापा
कमलनाथ के बेहद करीबी और उनके निजी सलाहकार (उनके बिजनेस और राजनीतिक चीजों की जिम्मेदारी इनके पास है) आरके मिगलानी के दिल्ली स्थित आवास पर भी छापा मारा गया है। जानकारी के अनुसार आरके मिगलानी के दिल्ली स्थित आवास पर सुबह तड़के ही आयकर विभाग की टीम पहुंची और छापामार कार्रवाई शुरू की। इस छापे में करोड़ों रुपए का खुलासा सामने आ सकता है। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हैं कमलनाथ के भांजे
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग के 300 अधिकारियों की टीम देश भर के 50 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इनमें से एमपी के सीएम कमलनाथ के ओएसडी के अलावा कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी, अमीरा ग्रुप और मोजेर बेयर पर भी छापे मारे गए हैं। भोपाल, इंदौर, गोवा के अलावा दिल्ली में 35 लोकेशन पर छापेमारी की है। भोपाल में प्रतीक जोशी के यहां भारी मात्रा में रुपये से भरे बैग बरामद किए गए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को भांजे रातुल पुरी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हुए हैं। रातुल पुरी का नाम राजीव सक्सेना से पूछताछ के दौरान छिपा लिया गया था। राजीव सक्सेना का दुबई से अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील मामले में प्रत्यर्पण हुआ था।