दिन में 3 कप से अधिक कॉफी, बढ़ृा देती है Migraine का खतरा

अभी तक ऐसा माना जाता था कि सिर दर्द की शिकायत होने पर कॉफी पीने से राहत मिलती है, लेकिन एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अधिक कॉफी पीना भी माइग्रेन का कारण बन सकता है। ‘अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में गुरुवार को प्रकाशित एक अध्ययन में दावा किया गया कि दिन में तीन कप या इससे अधिक कॉफी पीने से माइग्रेन का खतरा बढ़ सकता है। अमेरिका स्थित ‘बेथ इजराइल डेकोनेस मेडिकल सेंटर’ के अनुसंधानकर्ताओं ने माइग्रेन व कैफीन युक्त पेय पदार्थों के बीच संबंध का आकलन किया गया।

एक-दो बार से ज्यादा न पीएं
‘हार्वर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ’ के एलिजाबेथ मोस्तोफस्की की टीम ने शोध में पाया कि जिन लोगों को कभी-कभी माइग्रेन की शिकायत होती है, उन्हें एक या दो बार कैफीन युक्त पेय पदार्थ लेने से उस दिन सिर दर्द नहीं हुआ। तीन कप या इससे अधिक कॉफी लेने से उस दिन या अगले दिन उन्हें सिर दर्द हुआ।

पूरी नींद न लेना भी है वजह
मोस्तोफस्की ने कहा कि नींद पूरी नहीं होने समेत अन्य कारणों से भी माइग्रेन का खतरा बढ़ सकता है, लेकिन कैफीन की भूमिका विशेष रूप से जटिल है क्योंकि एक तरफ तो यह इसका खतरा बढ़ाती है, दूसरी तरफ यह इसके नियंत्रण में भी मददगार है।

चिकित्‍सकों की सलाह
चिकित्‍सक बताते हैं कि जब भी कभी भी आपको माइग्रेन की समस्‍या हो और त्‍वरित इलाज के लिए या फिर दर्द से राहत के लिए आपके पास कोई दवा न हो तो भी आप कॉफी के सेवन से बचें। क्‍योंकि यह आपको भविष्‍य में काफी नुकसान पहुंचा सकती है। चिकित्‍सकों की मानें तो सिरदर्द भगाने के लिए कॉफी पीने के बजाए नैचुरल थेरेपी का प्रयोग करें। यह ज्‍यादा बेहतर होगा।

जानें माइग्रेन को
माइग्रेन सिरदर्द की बीमारी है। आमतौर पर यह दर्द आधे सिर में होता है और आता-जाता रहता है, लेकिन कई बार पूरे सिर में दर्द होता है। यह दर्द 2 घंटे से लेकर 72 घंटे तक बना रहा सकता है। कई बार दर्द शुरू होने से पहले मरीज को चेतावनी भरे संकेत भी मिलते हैं, जिससे उसे पता चल जाता है कि सिरदर्द होने वाला है।
इन संकेतों को ‘ऑरा’ कहते हैं। माइग्रेन को 'थ्रॉबिंग पेन इन हेडक' भी कहा जाता है। इसमें ऐसा लगता है जैसे सिर पर हथौड़े पड़ रहे हैं। यह दर्द इतना तेज होता है कि कुछ वक्त के लिए मरीज ढंग से कामकाज भी नहीं कर पाता। ज्यादातर लोगों में माइग्रेन की बीमारी जीन से संबंधित होती है। यह बीमारी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा होती है। यह बच्चों को भी हो सकती है।

माइग्रेन के लक्षण
आमतौर पर हम सबको कभी-न-कभी सिरदर्द की शिकायत होती है। ऐसे में कैसे पहचाना जाए कि यह साधारण सिरदर्द है या माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द? माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द की पहचान ‘ऑरा’ से होती है। ‘ऑरा’ दृष्टि संबंधी परेशानी यानी विजुअल डिस्टर्बेंस हैं, जिसमें मरीज को रुक-रुककर चमकीली रोशनी, टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं दिखाई देती हैं, आंखों के सामने काले धब्बे दिखाई देते हैं, स्किन में चुभन होती है और कमजोरी महसूस होती है। इसके अलावा, जी मिचलाना, उलटी होना, लो बीपी, रोशनी और आवाज से परेशानी होना आदि माइग्रेन के दूसरे लक्षण हैं। आंखों के नीचे काले घेरे होना, गुस्सा, चिड़चिड़ापन आदि भी माइग्रेन के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई एक या ज्यादा लक्षणों को पहचानकर माइग्रेन का अंदाजा लगाया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि यही लक्षण किसी दूसरी बीमारी के भी हो सकते हैं।

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