दिग्गज मुक्केबाजों को दो साल से पेंशन का इंतजार, मंत्रालय ने कहा इस महीने से मिलेगी

नयी दिल्ली
मुक्केबाजी के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक अखिल कुमार और पूर्व एशियाई चैंपियन एम सुरंजय ंिसह सहित भारत के कुछ दिग्गज मुक्केबाजों को 2017 से अपनी पेंशन का इंतजार है। खेल मंत्रालय ने हालांकि कहा है कि उनका इंतजार इस महीने खत्म होगा क्योंकि जरूरी राशि जुटा ली गई है। राष्ट्रमंडल खेल 2006 के स्वर्ण पदक विजेता अखिल और लगातार आठ अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीतने वाले सुरंजय उन मुक्केबाजों में शामिल हैं जिन्हें पेंशन जारी होने का इंतजार है। राष्ट्रमंडल खेल 2010 और 2009 एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के लिए 14000 प्रति माह की पेंशन के हकदार सुरंजय ने कहा कि मैंने 2017 में आवेदन भेजा, उन्हें इस बारे में याद भी दिलाया लेकिन हर बार यही जवाब मिला कि यह प्रक्रिया में है। मुझे नहीं पता कि समस्या क्या है।

मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर विलंब की बात स्वीकार की लेकिन कहा कि कोष जुटाने की प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है और पैसा इस महीने जारी किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय ने एलआईसी को पांच करोड़ रुपये का कोष दिया है जिसे इन मुक्केबाजों को पेंशन जारी करनी है। वित्त मंत्रालय से कोष मिलने का इंतजार था और यह पूरी प्रक्रिया पिछले महीने ही पूरी हुई। लेकिन मार्च वित्तीय वर्ष क अंत था, वित्त मंत्रालय ने हमें इस महीने ही पैसा जारी करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अब पैसा आ चुका है और एलआईसी इस महीने आवंटन शुरू करेगा। इन दोनों के अलावा भी अन्य मुक्केबाज हैं जो पेंशन के हकदार हैं। इन सभी को उनका पैसा इस महीने मिल जाएगा। विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अखिल ने हालांकि संपर्क करने पर इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इन दोनों के अलावा 2006 राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता जितेंदर कुमार और 2002 विश्व चैंपयनशिप की कांस्य पदक विजेता महिला मुक्केबाज ज्योत्सना ने भी पेंशन के लिए आवेदन किया था।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अधिकारी ने कहा कि अन्य खिलाड़ी भी हैं। उम्मीद करते हैं कि उन्हें भी अपना पैसा मिलेगा। इस मामले पर जानकारी के लिए हमने जब भी मंत्रालय से संपर्क किया तो हमें बताया गया कि जो हकदार हैं उन्हें लंबित राशि का भी भुगतान किया जाएगा इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी पेंशन योजना के अनुसार ओलंपिक और पैरालंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ी प्रति माह 20000 रुपये की पेंशन के हकदार हैं। विश्व कप या प्रत्येक चार साल में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता को प्रति माह 16000 जबकि राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता को प्रति माह 14000 रुपये दिए जाएंगे। पेंशन का आवेदन करने के लिए खिलाड़ी की उम्र 30 बरस से अधिक होनी चाहिए और उसने खेल से संन्यास ले लिया हो। पेंशन का भुगतान भारतीय जीवन बीमा निगम के जरिए किया जाएगा। 
 

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