दहेज का अवगुण ब्राह्मण समाज सबसे पहले खत्म करें-स्वामी स्वरूपानंद
रायपुर
पीठाधीश्वर एवं शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के पादुका पूजन एवं आशीष वचन समारोह का आयोजन छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के तत्वाधान में विप्र संस्कृति प्रबंध समिति द्वारा किया गया।इसमें काफी बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल हुए।
स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने भक्तजनों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज का लक्षण है ब्राह्मण कुल में जन्म लेना ,भगवान की कृपा है ,कि ब्राह्मण अपने लिए ही नहीं समाज के लिए जीता है। अंदर संयमित जीवन जीते हुए ब्राह्मणों ने शास्त्रों की रक्षा की है। वेद महाभारत रामायण श्रीमद्भागवत गीता ब्राह्मण के कारण आज हमारे संस्कृति के प्राण हैं। आज भी संगठित ब्राह्मण को अपनी जाति की रक्षा करनी चाहिए ।उन्होंने कहा माताओं को बेटियों के हृदय में स्वाभिमान भरना चाहिए। ब्राह्मण कुल की रक्षा करें और सबसे पहले दहेज के खिलाफ संगठित हों। आज भी राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के लिए सुप्रीम कोर्ट में शंकराचार्य ही लड़ रहे हैं ।शंकराचार्य भगवान का जन्म ब्राह्मण के ब्राह्मण तत्व की रक्षा के लिए हुआ है, क्योंकि वैदिक धर्म की रक्षा कर सकता है।