दरभंगा लोकसभा सीटः मैदान में उतरे हैं 9 उम्मीदवार, नए प्रत्याशियों के साथ BJP-RJD में टक्कर
दरभंगा
पान, माछ मखान और आतिथ्य सत्कार के लिए दुनिया में विख्यात मिथिलांचल की राजधानी कहे जाने वाले बिहार में दरभंगा की लोकसभा सीट पर नए प्रत्याशियों के साथ एक बार फिर मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच ही माना जा रहा है। पिछले दो लोकसभा चुनाव से इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा है।
इस सीट को बचाने के लिए वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने पार्टी के पूर्व विधायक गोपाल जी ठाकुर को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं राजद ने महागठबंधन के बैनर तले अलीनगर विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक और राज्य सरकार के पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी को मैदान में उतारा है। दो प्रमुख राजनीतिक पाटिर्यों भाजपा और राजद ने इस बार के चुनाव में दरभंगा सीट पर अपने-अपने उम्मीदवार को बदल नए योद्धाओं को मैदान में उतारा है।
मिथिलांचल की प्रतिष्ठित दरभंगा सीट से वर्तमान सांसद कीर्ति आजाद भाजपा को छोड़ कर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। आजाद जहां कांग्रेस के टिकट पर धनबाद से अपना भाग्य आजमा रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय जनता दल प्रत्याशी अली अशरफ फातमी ने पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी से मधुबनी लोकसभा से अपना नामांकन किया था लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया।
दरभंगा लोकसभा क्षेत्र में ब्राह्मण, यादव, मुसलमान के अलावा वैश्य मतदाताओं का प्रभाव है। इस सीट के लिए कुल 17 उम्मीदवारों ने नामांकन दायर किया था जिनमें जांच के दौरान में विभिन्न वजहों से कुछ उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया। अब इस सीट से कुल 9 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
इनमें महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ने वाले राजद उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजग की ओर से भाजपा के गोपाल जी ठाकुर, बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद मुख्तार, मिथिलांचल मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी सरोज कुमार चौधरी एवं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पंकज कुमार सिंह, अब्दुल अजीज, संजय पासवान एवं सगुनी राय शामिल हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच ही माना जा रहा है।