थरूर बोले- सशक्तिकरण नहीं शोषण, रेल मंत्रालय ने सिर पर भारी सामान ढो रही महिला कुली की तस्वीर शेयर की

 
नई दिल्ली

रेल मंत्रालय ने बुधवार को कुछ महिला कुली की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की, मकसद महिला सशक्तिकरण को दिखाना था। लेकिन मंत्रालय इन तस्वीरों के कारण ट्रोल हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने इसे महिलाओं का शोषण बताकर मंत्रालय की खिंचाई की है। मंत्रालय के ट्वीट ने सोशल मीडिया पर महिला सशक्तिकरण को लेकर एक बहस छेड़ दी।
 शशि थरूर ने ट्वीट किया, 'यह बेहद अपमानजनक है। इस रूढ़िवादी प्रैक्टिस पर शर्म करने की जगह हमारा रेल मंत्रालय गरीब महिलाओं के शोषण पर गर्व महसूस कर रहा है जो कि सिर पर भारी सामान ढो रही हैं।'
 
क्या था रेल मंत्रालय का ट्वीट
रेल मंत्रालय के ट्वीट में तीन तस्वीरें शामिल की गई हैं। जिनमें अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर महिला कुली सिर पर भारी बैग लिए दिख रही हैं। एक महिला कुली लकड़ी के ठेले को खींचते दिख रही है जिसपर ढेर सारा सामान है। आमतौर पर पुरुष कुली को ठेला खींचते देखा गया है। मंत्रालय ने तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, 'रेल मंत्रालय के लिए काम करते हुए इन महिला कुलियों ने यह साबित किया है कि वे किसी से कम नहीं है। हम उन्हें नमन करते हैं।'
 
छिड़ गई सोशल मीडिया पर बहस
थरूर के ट्वीट पर एक व्यक्ति ने असहमति जताते हुए लिखा, 'सहमत नहीं हूं। यह दिखने में भले अच्छा न लगे, लेकिन उनपर कोई दबाव नहीं है और वे अपनी आजीविका के लिए यह कर रही हैं।"

इस पर थरूर ने फिर जवाब दिया, 'रेल मंत्रालय के स्टेशनों पर ट्रॉली और रैम्प लगाना चाहिए। महिला और पुरुष यात्री तब सशक्त होते जब वे खुद अपना सामान उठाते।'
 
कुछ मंत्रालय के समर्थन में तो कुछ इसके विरोध में लिखते नजर आए। सौरभ घोष नाम के एक यूजर ने लिखा, '2020 में ऐसे कठिन काम को गौरवान्वित तरीके से दिखाने की जगह, आपको इसमें सुधार करना चाहिए।'

वहीं, एक यूजर दीपिका ने उन्हें जवाब देते हुए लिखा, 'पुरुष युगों से कठिन परिस्थितियों में काम करते आए हैं। ये महिलाएं सम्मान से पैसे कमा रही हैं। इसका जश्न क्यों न मनाया जाए?'
 

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