तेजस्वी ने कहा, जीतन राम मांझी को जो कुछ मिला, RJD ने अपने कोटे से दिया
पटना
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हम प्रमुख जीतन राम मांझी को पुरानी बातें याद दिलायी। उन्होंने कहा कि अगर समन्वय समिति नहीं थी तो उनके बेटे को एमएलसी किसने बनाया। हम सब बैठकर ने ही यह फैसला लिया। महागठबंधन के सभी दल के नेता आपस में बात करते ही हैं तो समन्वय समिति और क्या होती है?
राजद कार्यालय में बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मांझीजी को जो मिला राजद ने अपने कोटे से दिया। तीन लोकसभा की सीट भी दी। दूसरी जगह क्या मिला या मिलेगा सब जानते हैं।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार से 18 सवाल पूछे और जवाब की मांग की। तेजस्वी ने राज्य सरकार पर रोजगार के अवसर बढ़ाने और युवकों के प्रति अगंभीर होने का आरोप लागया। साथ ही कहा कि ये सवाल हमारे नहीं राज्य के सात करोड़ बेराजगार युवकों का है।
तेजस्वी ने पूछा कि राज्य में आईटी कंपनियां क्यों नहीं आ सकती हैं। आईटी पार्क क्यों नहीं बना। सरकार को नौकरियों में 90 प्रतिशत राज्य के युवकों के लिए आरक्षित करने की हमारी मांग मानने में क्या परेशानी है। नौकरी में लाखों पद क्यों रिक्त पड़े हैं। 15 वर्षों में कितनी नौकरियां दी। इसका जिवार और जातिवार आंकड़ा भी दें।
तेजस्वी ने युवकों के लिए जारी किया मिस्डकॉल नम्बर
नेता प्रतिपक्ष ने प्रेस वार्ता में युवकों के लिए मिस्डकॉल नम्बर जारी किया। उन्होंने कहा कि 9334302020 नम्बर पर मिस्ड कॉल देकर कोई युवक हमारे ‘बेरोजगारी हटाओ’ अभियान से जुड़ सकता है। उन्होंने कहा कि मिस्डकॉल देते ही युवक की मोबाइल पर एक लिंग चला जाएगा। लिंक खोलकर वह अपनी पूरी जानकारी दे सकते हैं। इसके अलावा लिंक के माध्यम से ही वह एक एप्लीकेशन डाउनलाोड कर सकते हैं। इस एप्लीकेशन के माध्यम से युवक अपना बायोडाटा पार्टी को भेज सकते हैं। यह पूछने पर कि युवकों के बायोडाटा का वह क्या करेंगे, उन्होंने कहा कि इससे हमारी जानकारी मजबूत होगी। पता चलेगा कि किस विधा के कितने युवक बेरोजगार हैं। हम उसे सरकार को भी भेज देंगे। साथ हमारी सरकार बनी तो उन युवकों के लिए योजना बनाने में सहुलियत होगी।