तीन घंटे तक चली बैठक नहीं निकल पाया नतीजा
नई दिल्ली
LAC पर जारी तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की बातचीत जारी है. बुधवार को गलवान घाटी में मेजर जनरल स्तर की बैठक हुई. ये बैठक सोमवार को गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद हुई है. दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों में हुई आज की बैठक भी बेनतीजा रही.
तीन घंटे तक चली इस बैठक में तत्काल हटने या स्थिति पर परिवर्तन में कोई नतीजा नहीं निकल पाया. इसके बाद अब आने वाले दिनों में और ज्यादा राउंड की बातचीत हो सकती है. गुरुवार को भी दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों में बातचीत हो सकती है.
इससे पहले बुधवार को ही दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की फोन पर बात हुई. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से कहा कि चीनी सैनिकों ने पूर्व नियोजित ढ़ंग से और योजना के मुताबिक कार्रवाई की जो सीधे तौर पर लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प का कारण बनी.
विदेश मंत्री ने कहा कि इस घटना से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा और चीन को सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है. दोनों नेताओं ने तनाव को काम करने पर सहमति जताई और कहा कोई भी पक्ष मामले को बढ़ाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करेगा और इसके बजाय, द्विपक्षीय करारों और प्रोटोकॉल के अनुसार शांति सुनिश्चित करेगा.
बता दें कि LAC पर धोखे से भारतीय जवानों पर हमला करने के बाद चीन अब बातचीत से मामले का हल निकालने की अपील कर रहा है. चीन के एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय पक्ष को अपने सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से रोकना चाहिए और बातचीत और वार्ता के सही रास्ते पर लौटना चाहिए.