भारतीय सैनिकों पर हमले की पहले से तैयारी की गई थी
नई दिल्ली
लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार को हुई हिंसक झड़प के बाद चीन की साजिशों का खुलासा हो रहा है. अब सामने आया है कि चीन ने भारतीय सैनिकों को निशाना बनाने के लिए पहले से ही तैयारी कर रखी थी. जानकारी के मुताबिक, चीन के सैनिकों ने वहां पत्थर इकट्ठा कर रखे थे.
15 जून की शाम को भारतीय सैनिक कमाडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू की अगुवाई में चीनी सैनिक से भारतीय क्षेत्र से वापस हटने को लेकर बात कर रहे थे. लेकिन इससे पहले ही चीनी सैनिक हमले की तैयारी कर चुके थे. सेना के सूत्रों ने कहा कि ऊंचाई पर मौजूद चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को मारने के लिए पत्थर भी इकट्ठा कर लिए थे.
भारतीय सैनिकों के जवाबी हमले से बचने के लिए चीनी सैनिकों ने सुरक्षा के भी इंतजाम भी किए थे. सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि जहां पर भारतीय सैनिक खड़े थे, वहां पहले से नुकीली चीजों को रख दिया गया था, जिससे मालूम पड़े कि ये हमला पूर्व नियोजित था.
भारतीय सैनिकों पर पत्थर बरसाने के लिए चीन के सैनिकों ने ऊंचाई का इस्तेमाल किया, ताकि भारतीय सैनिकों को ज्यादा से ज्यादा चोट आए. बता दें कि सोमवार की रात को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए तो वहीं चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर है. इसमें से कई की मौत हुई है तो कई घायल हैं.
हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट बढ़ गई है. बातचीत के जरिए समाधान की बात करने वाला चीन उल्टा इस घटना के लिए भारत को जिम्मेदार ठहरा रहा है. चीन के विदेश मंत्री का कहना है कि भारतीय सैनिकों ने हमारे सैनिकों को उकसाया. इसके अलावा चीनी विदेश मंत्री ने भारत से घटना की जांच करने की भी मांग की है.
हालांकि, भारत ने भी चीन को कड़ा संदेश दे दिया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि गलवान में जो कुछ भी हुआ वो चीन की प्लानिंग थी. चीन ने जमीनी हालात को बदलने की साजिश की. उसकी मंशा तथ्यों को बदलने की है.