ड्राइवर के शव को काट कर एसिड में गलाने की तैयारी में था डाक्टर मंत्री

होशंगाबाद
कलियुग में भगवान का दूसरा अवतार डाक्टर को माना जाता है। लेकिन इधर डाक्टर ने अपने ही ड्राइवर की नृशंस हत्या कर उसे एसिड में गलाने का प्रयास कर रहा था। ड्राइवर की लाश गल पाती इससे पहले ही पुलिस को भनक लग गई और जांच करने पुलिस टीम डाक्टर के घर पहुंच गई।  घर में भारी मात्रा में एसिड की बाटल और पेटी मिलने से पुलिस सन्न रह गई और अपनी जांच आगे बढ़ाई तो मामला हत्या का सामने आया। आरोपी डाक्टर सुनील मंत्री ने ड्राइवर की हत्या कर उसकी लाश को टुकड़े कर एसिड से गलाने की फिराक में था।
 

क्या है मामला
आईजी केसी जैन ने बताया कि 3 जनवरी से ही उक्त व्यक्ति को आरोपी डाक्टर सुनील मंत्री ने ड्राइवर  रखा था। जिसके दांत में दर्द हो रहा था। डाक्टर मंत्री ने उसे कुछ दवा दी। साथ ही एक बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। जिससे ड्राइवर वीरू उर्फ वीरेंद्र पचौरी बेहोश हो गया। इसके बाद डाक्टर सुनील ने आपरेशन थियेटर में उपयोग होने वाले औजार से उसका गला काट दिया। उसे ऊपर बने टायलेट में ले गया। जहां आरी की मदद से उसके टुकड़े कर दिए और शव को गलाने के लिए भारी मात्रा में एसिड भी खरीद लाया।

ऐसे लगी पुलिस को भनक
एसपी अरविंद्र सक्सेना ने बताया कि जिस दुकान से एसिड खरीदा जा रहा था उसकी जानकारी पुलिस को भी देनी होती है। पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति भारी मात्रा में एसिड खरीद रहा है। उस वजह से पुलिस ने जांच की तो ये मामला सामने आया। धीरे धीरे जांच में मामला किलियर हो गया।

डाक्टर की पत्नी के साथ ब्यूटीपार्लर चलाती थी ड्राइवर की पत्नी
एसपी श्री सक्सेना ने बताया कि डाक्टर की पत्नी ब्यूटीपार्लर चलाने का कार्य करती थी। उसकी मदद वीरू उर्फ वीरेंद्र पचौरी की पत्नी भी किया करती थी। लेकिन डाक्टर सुनील मंत्री का कुछ माह पहले देहांत हो गया। ड्राइवर की पत्नी ने काम नहीं छोड़ा तो इससे उसे परेशानी होने लगी। उसने उसे काम छोड़ने को बोला होगा। इसके बाद तीन जनवरी को वह भी ड्राइवर का काम करने आया गया। अभी मामले में जांच जारी है।

लगी भारी भीड़
नृशंस हत्याकांड की सूचना मिलते ही डॉ सुनील मंत्री के घर के पास लोगों की भारी भीड़ लग गई। लोगों कहा था कि इतने पॉश इलाके में आखिरकार कैसे हो गई हत्या। चारों और दुकानें और कोचिंग सेंटर भी संचालित थे। कुछ कोंचिंग सेंटर से तो डाक्टर मंत्री का घर दिखता है। लोगों भारी भीड़ को पुलिस ने तितर बितर किया। एफएसएल की टीम ने हत्या में प्रयुक्त हथियार और सबूत एकत्रित किए। घटना स्थल पर एएसपी राकेश खाखा, एसडीओपी मोहन सारवान, टीआई टी सप्रे, विशेष शाखा प्रभारी राजेश नरवरे सहित पुलिस बल मौजूदा था।

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