डीएविवि में आपात का काल खत्म, रेणु जैन बनी आपातकाल में पहली महिला कुलपति

भोपाल
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने जाते-जाते देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर (डीएवीवी) के आपात के काल को खत्म कर दिया है। करीब एक महीने से सूनी पड़ी कुलपति की कुर्सी पर रेणु जैन को पदस्थ कर दिया है। उनकी नियुक्ति आगामी आदेश तक के लिए की गई है। एक महीने तक कुलपति नहीं होने पर करीब पांच हजार फाइलें पेंडिंग पड़ी हुई हैं। यहां तक डीएविवि के विभागों की प्रवेश प्रक्रिया तक ठप बनी हुई है। अब कुलपति जैन के नियुक्त होने पर सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

24 जून को कुलपति नरेंद्र कुमार धाकड़ हटाए गए। उनके बाद से सीधे एक महीने तक कुलपति की कुर्सी रिक्त बनी रही। इसी बीच शासन और राजभवन के बीच हमारी पसंदी का कुलपति नियुक्त करने की तकरार शुरू हुई। एक महीने बाद आनंदी बेन पटेल ने जीवाजी विवि ग्वालियर में मैथामेटिक्स विभाग की एचओडी रेणु जैन को डीएविवि का कुलपति नियुक्त कर दिया है। इससे डीएविवि में एक माह से चले आपात जैसे हालात पर विराम जरुर लग गया है। इसी के साथ रेणु जैन डीएविवि में पहली महिला कुलपति के साथ प्रदेश में आपातकाल के समय नियुक्त होने वाले महिला कुलपति भी बन गई हैं।

पांच हजार फाइलें लंबित
कामन इंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) की परीक्षा 23 जून को हुई थी, लेकिन अभी तक डीविवि में प्रवेश की प्रक्रिया ठप पड़ी हुई है। कुलपति जैन सबसे पहले प्रवेश कराने की प्रक्रिया को सुलझाएंगी। कुलपति के अभाव में कुलपति कक्ष में करीब पांच हजार फाइलें रुकी हुई हैं। इसमें कर्मचारियों का वेतन, विजिटिंग फैकल्टी की नियुक्ति, सितंबर में नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिटेशन काउंसिल (नैक) की टीम का निरीक्षण, सात हजार डिग्रियां लंबित हैं।

 

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