झाबुआ उपचुनाव: कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया को बनाया उम्मीदवार

भोपाल
मध्य प्रदेश के झाबुआ विधानसभा के उप चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशी की घोषणा करदी है। पूर्व सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया को कांग्रेस ने टिकट दिया है। पार्टी ने लंबे मंथन के बाद एक बार फिर पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया पर विश्वास जताया है।  पहले ऐसा माना जा रहा था कि विधानसभा चुनाव में बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े जेवियर मेडा को पार्टी अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है लेकिन पार्टी में अपनी अच्छी पैठ और क्षेत्र में दबदबे के चलते भूरिया फिर बाजी मार ले गए।

इस चुनाव की कमान कमलनाथ ने अपने हाथ में ले रखी है। सरकार के साथ संगठन योजनाओं के प्रचार-प्रसार में जुट गया है। कमजोर कड़ियों को तलाश कर उनको ठीक करने के लिए इन 12 विधायकों की तैनाती की गई है। इनमें से छह विधायक तो बीते एक महीने से यहां काम कर रहे हैं।   उपचुनाव के लिए चार आदिवासी मंत्रियों को भी झाबुआ की विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें गृह मंत्री बाला बच्चन, आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, वन मंत्री उमंग सिंघार और पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल शामिल हैं। इन मंत्रियों को झाबुआ में विशेष फोकस करने को कहा गया है।

मुकेश रावत, कलावती भूरिया, वीरसिंह भूरिया, वाल सिंह मेड़ा, महेश परासर, रामलाल मालवीय, हर्ष विजय गहलोत, मनोज चावला, पांचीलाल मीणा, प्रताप ग्रेवाल, सचिन बिड़ला और ग्यारसीलाल रावत शामिल हैं।

भाजपा विधायक जीएस डामोर के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है। भाजपा एक बार फिर से यह सीट जीतना चाहेगी। भाजपा इस चुनाव में कांग्रेस सरकार के खिलाफ उपजी नाराजगी, बारिश में बर्बाद हुई फसलों और केन्द्र सरकार के 370 जैसे निर्णयों के दम पर चुनाव जीतने की तैयारी कर रही है। वहीं कांग्रेस कर्जमाफी और आदिवासियों को लेकर की गई घोषणाओं को भुनाने के प्रयास में है। इस सीट से जेवियर मेढ़ा भी दावेदारी जाता रहे थे। पिछली बार जब उन्हें टिकट नही मिला तो वे निर्दलीय मैदान में उतर गए थे। जिसका नुकसान कांग्रेस को हुआ। अब एक बार फिर वही स्थिति है, देखना होगा मेढ़ा क्या रुख दिखाते हैं। वही टिकट को लेकर चल रहे मंथन के बीच ऐसी खबरें भी सामने आई थी की नाराज चल रहे जेवियर मेडा को पार्टी अपना उम्मीदवार घोषित कर कांतिलाल भूरिया को राज्यसभा भेजने का आश्वासन देकर संतुष्ट कर सकती है। लेकिन भूरिया के नाम की घोषणा से इन अटकलों पर भी विराम लग गया।

30 तारीख को नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 1 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 3 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 21 अक्टूबर को मतदान होगा। 24 अक्टूबर को परिणाम घोषित होंगे। कांग्रेस के बाद अब बीजेपी भी जल्द ही अपना उम्मीदवार घोषित करेगी।

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