जांच के लिए SIT के अधिकारी पहुंचे इंदौर, 4 घंटे चली पहली बैठक
इंदौर
हाईप्रोफाइल हनीट्रैप (Honeytrap) मामले के लिए बनी एसआईटी (SIT) ने बुधवार से अपनी जांच शुरू कर दी है. इंदौर (Indore) पहुंचे एसआईटी चीफ (SIT Chief) संजीव शमी ने चार घंटे तक अफसरों के साथ बैठक की, जिसमें जांच के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. जिसमें जांच की दिशा क्या होगी? ये तय किया गया. मीटिंग के बाद एसआईटी चीफ संजीव शमी भी मीडिया (Media) के सामने आए. उन्होंने कहा कि मामले में संलिप्त लोगों के नाम उजागर किए जाएंगे. लेकिन जांच को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में जांच के लिए बनी एसआईटी आज इंदौर पहुंची. मामला हाईप्रोफाइल होने से एसआईटी के चीफ संजीव शमी भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं. संजीव शमी का जब मीडिया से आमना सामना हुआ तो उन्होंने मीडिया से पहले ही सारे सवाल पूछ लिए. उसके बाद सधे हुए शब्दों में संक्षिप्त जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मामला बेहद संवेदनशील हैं क्योंकि इसमें हाई ऑफिसर्स की संलिप्त होने की बात सामने आ रही है. इसलिए सीनियर अफसरों के साथ बैठकर एसआईटी बनाई गई है. उन्होंने कहा कि जो लोग इस मामले में संलिप्त हैं, उनके नाम उजागर होंगे. लेकिन जांच कैसे होगी? आरोपियों को कहां-कहां ले जाया जाएगा? ये इन्वेस्टिगेशन का पार्ट है, इसकी चर्चा पब्लिक डोमेन में नहीं कर सकते हैं.
उधर एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि हनी ट्रैप के एक आरोपी से लंबी पूछताछ कर गिरोह के काम करने के तरीके को समझा गया है. साथ ही एसआईटी के साथ भी अधिकारियों की चार घंटे तक बैठक हुई. जिसमें जांच दिशा के साथ ही जांच के बिंदुओं को तय किया गया है. एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि आरोपियों की संपत्ति की जांच अलग से की जाएगी. एनजीओ से संबधित जानकारी भी खंगाली जा रही है क्योंकि आरोपियों ने ब्लैकमेल कर इससे अवैध कमाई अर्जित की है. इसलिए इनकी वैध और अवैध संपत्तियों की पूरी जांच की जाएगी.