जोर आजमाइश के बावजूद बीजेपी में नहीं होगा नए प्रदेश का चुनाव
रायपुर
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी में जैसे ही धरमलाल कौशिक को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया, वैसे ही बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बड़े-बड़े दिग्गजों ने ताकत झौंकनी शुरू कर दी थी. इसके लिए दिल्ली दौड़ तो रोज की ही बात हो गई थी. कई नेताओं ने जातिगत समीकरण तो कुछ ने जनसंघ से नाते तो किसी ने अपने कद्दावर होने का प्रमाण दिया.
वहीं ताल ठोंकने वाले दिग्गजों के बीच उनके समर्थकों ने भी सोशल मीडिया में कैंपेन शुरू कर दिया था. हालांकि इन सबके लिए पार्टी ने एक निराशा जनक खबर दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पार्टी में फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चुनाव नहीं होगा. वहीं बीजेपी मीडिया प्रभारी अनिल जैन ने भी इसी ओर इशारा किया हैय
बीजेपी के ही कई पदाधिकारियों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष चाहे जो भी बने वो लोग जरूर घमासान मचाते जिनका नंबर नहीं लगा. समर्थक भी नाराज चलते. ऐसे में ऐन चुनाव के वक्त उनकों मनाने का समय हीं नहीं रहता. ऐसे में शीर्ष नेत्रृत्व ने धरमलाल कौशिक को लोकसभा चुनाव तक अभयदान भी दिया. वहीं फजीहत से बचने इस मुद्दे को ना छूना ही बेहतर समझा. हालांकि सवाल अब भी वहीं हैं कि कार्यकर्ता इस नेत्रृत्व से कितना सहमत है.