वायुसेना ने सैटलाइट इमेज और सेंसर डेटा से जुटाए बालाकोट कैंप पर एयर स्ट्राइक के पुख्ता सबूत

 नई दिल्ली 
भारतीय वायुसेना ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान में बालाकोट आतंकवादी कैंप पर हवाई हमले के सबूत जुटाए हैं, लेकिन इन्हें आधिकारिक तौर पर प्रस्तुत करने का फैसला सरकार लेगी। सूत्रों ने ईटी को बताया कि भारतीय वायुसेना के पास अब यह दिखाने के लिए 'पुख्ता सबूत' हैं कि उसके मिराज-2000 फाइटर जेट ने तय टारगेट को निशाना बनाया था। 
 
बालाकोट में हमले को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से मारे गए आतंकवादियों की संख्या बताने के बाद सरकार पर इस हमले की सफलता का सबूत देने का दबाव बढ़ रहा है। ऐसा पता चला है कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमले के नतीजे पर सरकार को पूरी जानकारी दी गई थी। वायुसेना ने सैटलाइट इमेज और सेंसर डेटा के तौर पर हमले से जुड़ी जानकारी जुटाई है। 
 
सबूत सार्वजनिक करने पर सरकार लेगी आखिरी फैसला
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट में सैटलाइट इमेज के आधार पर यह बताया गया था कि बालाकोट में आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैंप को हमले से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। इसके बाद से सरकार पर हमले से जुड़े सबूत देने का दबाव पड़ा था। हालांकि, वायुसेना के पास हमले से जुड़ी सटीक सैटलाइट इमेज और अन्य डेटा उपलब्ध होने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि हमले के असर को देखने के लिए पुरानी इमेज के साथ नई इमेज की तुलना करनी होगी। 

सांकेतिक तस्वीर
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायुसेना की ओर से दिए गए सबूत की पुष्टि की जा सकती है। विपक्षी हमले के सबूतों न होने को लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है। ऐसे में सरकार अब इस पर विचार कर रही है कि हमले की सफलता से जुड़े सबूत को सार्वजनिक किया जाए या नहीं। 

'80 फीसदी बम निशाने पर लगे थे' 
पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के सबूतों पर सियासत के बीच रक्षा सूत्रों के हवाले से खबर आई कि वायुसेना ने केंद्र सरकार को जैश-ए-मोहम्मद के इस ठिकाने पर हवाई हमले से जुड़ी 12 पेज की रिपोर्ट सौंपी है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सरकार को दी गई रिपोर्ट में हमले से जुड़े सभी सबूत और बालाकोट इलाके की हाई रेजल्यूशन तस्वीरें हैं। 

वायुसेना ने साफ किया कि 26 फरवरी को पाकिस्तानी खैबर प्रांत में घुसकर किए गए हवाई हमलों में उसके 80 फीसदी निशाने सही लगे हैं। इस दौरान जिन बमों को दागा गया, वह वहां मौजूद इमारतों की छतों में छेद करके सीधे अंदर गए हैं। इसी वजह से जो भी तबाही हुई, वह अंदर हुई है। जरूरी नहीं है कि बंकर बस्टिंग मिसाइलों के हमले में इमारत पूरी तरह से ध्वस्त हो जाए। 

अभी भी अलर्ट पर वायुसेना 
पाकिस्तान ने पिछले कुछ दिनों में एक भारतीय फाइटर जेट को गिराने, पायलट (विंग कमांडर अभिनंदन) को हिरासत में लेने और अपने समुद्र तट के निकट एक भारतीय पनडुब्बी से जुड़े विजुअल जारी किए हैं। भारत की ओर से कड़ा दबाव डालने के बाद पाकिस्तान ने वायुसेना के हिरासत में लिए गए पायलट को रिहा कर दिया था। 
भारत ने पाकिस्तानी एयरफोर्स का एक F-16 फाइटर जेट गिराने का भी दावा किया था। भारत ने F-16 के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका से भी शिकायत दर्ज कराई है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वायुसेना अभी अभियान को समाप्त नहीं मान रही है। वायुसेना का एयर डिफेंस नेटवर्क पूरे अलर्ट पर है और किसी भी 'हरकत' का जवाब देने के लिए तैयार है। 

पाकिस्तान का दावा 
बालाकोट हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने कहा था कि भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट उसकी सीमा में आए थे लेकिन वे खाली स्थानों पर बम गिराकर लौट गए। पाकिस्तान का दावा है कि इस हमले से उसके क्षेत्र में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *