जेटली को याद कर भावुक हुए अमित शाह, बोले- मुश्किल वक्त में हमेशा साथ खड़े रहे

 
नई दिल्ली     

भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अरुण जेटली के निधन पर गहरा दुख जताया है. साथ ही कहा कि अरुण जेटली के निधन से बीजेपी के सभी कार्यकर्ता बेहद दुखी हैं. अमित शाह ने कहा कि जेटली मुश्किल समय में हमेशा मेरे साथ खड़े रहे. यह कहते-कहते गृह मंत्री अमित शाह की आंखें भर आईं.

उन्होंने कहा कि जेटली ने भारतीय राजनीति में महान कार्य किया है. वो आपातकाल के दौरान 19 महीने तक जेल में रहे. वो सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील थे. अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई और लड़ाई में अहम भूमिका निभाई.

गृह मंत्री ने कहा कि अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रहते जीएसटी को कुशलतापूर्वक लागू किया और नोटबंदी को सफल बनाया. वो हर क्षेत्र में महान प्रशासक के रूप में उभर कर सामने आए. जेटली के रूप में भारत ने महान नेता और सुप्रीम कोर्ट ने महान एडवोकेट को खो दिया है. अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली मुश्किल समय में मेरे साथ हमेशा खड़े रहे.
 
जेटली ने बखूबी निभाया वित्त मंत्री के पद का दायित्व

अमित शाह ने कहा कि खुशमिजाज व्यक्तित्व वाले जेटली से मिलना और उनसे विचार विमर्श करना सभी के लिए एक सुखद अनुभव होता था. आज उनके जाने से देश की राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक ऐसी रिक्तता आई है, जिसकी भरपाई होना जल्दी संभव नहीं है. अपने अद्वितीय अनुभव और विरले क्षमता से अरुण ने संगठन और सरकार में विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया. एक प्रखर वक्ता और समर्पित कार्यकर्ता अरुण जेटली ने देश के वित्तमंत्री, रक्षा मंत्री और राज्य सभा में नेता विपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों को पूरी कुशलता से निभाया.

जेटली ने वित्त मंत्री के रूप में छोड़ी अमिट छाप

अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान देश के वित्त मंत्री के रूप में जेटली ने अपनी अमिट छाप छोड़ी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण की परिकल्पनाओं को जमीन पर उतारा और हिन्दुस्तान को विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित किया.

शाह ने कहा कि कालेधन पर कार्रवाई की बात हो या एक देश-एक कर यानी जीएसटी के सपने को साकार करने की बात हो या फिर आम आदमी को राहत पहुंचाने की बात, उनके हर निर्णय में देश और देश की जनता का कल्याण निहित था. देश उन्हें उनके अत्यंत सरल और संवेदनशील व्यक्तित्व के लिए सदैव याद रखेगा. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो उनकी आत्मा को शांति दें और बीजेपी कार्यकर्ताओं को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दें.

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