बसों में सिर्फ 20 यात्री, ऑड-ईवन के आधार पर बाजार, जानिए दिल्ली में किसकी-किसकी इजाजत

नई दिल्ली 
लॉकडाउन-4 में दिल्ली सरकार ने शर्तों के साथ वाहन चलाने की छूट दी है। साथ ही दफ्तर को भी पूरी क्षमता के साथ खोलने का फैसला लिया है। इसके साथ ही बाजार और बारात के लिए भी नियम तय किए गए हैं। राजधानी के बाजार आड-ईवन के आधार पर खुलेंगे। बसों में केवल बीस सवारी सफर कर सकेगी। बस में चढ़ने से पूर्व यात्रियों की स्क्रीनिंग जरूरी होगी।

लॉकडाउन-4 को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि लॉकडाउन का इस्तेमाल आने वाले दिनों में कोरोना से लड़ने की तैयारी के लिए किया गया है। अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलने की दिशा में बढ़ना है। केंद्र ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। लॉकडाउन 31 मई तक रहेगा, लेकिन कई ढील दी जाएंगी। एहतियात के साथ बाजार, बस, रेस्तरां खोले जाएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग नहीं पालन होने पर दुकान को बंद करवाया जाएगा। वहीं आरडब्ल्यूए सरकार द्वारा अनुमति प्रदान किसी भी कर्मचारी को अपने कर्तव्यों के पालन से नहीं रोकेगा। दफ्तर जाने वाले सभी कर्मचारियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना जरूरी होगा।

कार पूलिंग की अनुमति नहीं: केजरीवाल ने कहा कि स्टेडियम में दर्शक को आने की अनुमति नहीं होगी। ऑटो, ई-रिक्शा को अनुमति एक यात्री के साथ दी गई है। टैक्सी और कैब में दो यात्री जा सकते हैं। मैक्सी कैब और आरटीवी में पांच सवारी की अनुमति दी गई है, लेकिन कार पूलिंग की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सार्वजनिक वाहन में यात्रियों को बैठाने से पहले ड्राइवर की जिम्मेदारी होगी कि वह सीट को सेनेटाइज करे। दिल्ली में चलने वाली बसों में 20 यात्रियों को अनुमति होगी।
 
दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य: दिल्ली में ऑड-ईवन के तहत सभी बाजार खोल दिए गए हैं। इन बाजारों में दुकानदारों को अपनी दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना अनिवार्य होगा। दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क-सेनेटाइज नहीं होने पर सरकार की ओर से दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दुकान को बंद करवा दिया जाएगा।
 
नहीं खुलेंगे स्पा- सैलून: केजरीवाल ने कहा कि मेट्रो, स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, स्विमिंग पूल, पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल बंद रहेंगे। किसी भी तरह की बड़े आयोजन की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा सैलून, स्पा खोलने की भी मंजूरी नहीं दी गई है।
 
सिर्फ दिल्ली के मजदूरों से काम: मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में सभी सरकारी और निजी दफ्तर पूरी क्षमता के साथ खुल जाएंगे, लेकिन निजी दफ्तर कोशिश करें कि जितना ज्यादा घर से काम किया जा सके, उतना घर से काम करें। दिल्ली में इंडस्ट्री, निर्माण कार्य भी शुरू होंगे। निर्माण कार्यों के लिए बाहर से मजदूरों को नहीं लाया जा सकेगा। दिल्ली में रहने वाले मजदूरों से ही कार्य करवाने होंगे।
 
दिल्ली में एक बार में सब कुछ खोलना दिल्ली वालों की जान से खिलवाड़ करने जैसा है। मैं दिल्ली सरकार से मांग करता हूं कि अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार कर ले। एक गलत कदम दिल्ली के लाखों लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। -गौतम गंभीर, सांसद पूर्वी दिल्ली
 
हमें कोरोना के साथ जीना सीखना होगा। दिल्ली को धीरे-धीरे लेकिन सावधानी से खोल रहे हैं। बस-टैक्सी, बाजार खोलने से धीरे-धीरे दिल्ली की अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी। इसके लिए हमें बेहद संभलकर कोरोना के साथ जीना सीखना होगा
– मनीष सिसोदिया, उप-मुख्यमंत्री दिल्ली

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