जीत के लिए नीतीश कुमार ने दिया 90 +10 का मंत्र: बिहार विधानसभा चुनाव
पटना
जदयू के वर्चुअल कार्यकर्ता सम्मेलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमें पिछले दो चुनावों में जीत सरकार के पांच वर्षों के कामकाज के आधार पर मिली है। अगली जीत भी इसी आधार पर मिलेगी। उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं को बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के लिए 90 प्लस 10 का मंत्र दिया। कहा कि सभी जदयू नेता व कार्यकर्ता सरकार के कामकाज को लोगों तक तथ्यों के साथ पहुंचाने में अपना 90 फीसदी समय लगाएं। 10 प्रतिशत समय विपक्ष के अनाप-शनाप बातों के जवाब देने पर खर्च कीजिए।
नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में पूरे राज्य में किया गया ढांचागत एवं बुनियादी विकास ही हमारी पूंजी है। समाज में शांति, सौहार्द व भाईचारा की स्थापना के लिए सेवाभाव के साथ काम करना ही हमारा धर्म है। पार्टी के सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर लोगों को सरकार के कार्यों की जानकारी देने के अलावा फेसबुक और वाट्सएप ग्रुपों के जरिये भी उनसे संवाद स्थापित करने को कहा। कहा कि बिहार में शराबबंदी सबसे पहले जननायक कर्पूरी ठाकुर ने लागू की थी, लेकिन उनके मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद लोगों ने इस फैसले को पलट दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में फिर से शराबबंदी लागू होने से महिलाओं में खुशी है और राज्य में अपराध काफी घट गया है।
जदयू के संगठन महासचिव आरपीसी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लागू किये गये तीन कृषि रोडमैप के कारण कृषि प्रधान राज्य बिहार में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है और किसानों का जीवन स्तर बेहतर हुआ है। बिहार में पिछले पंद्रह वर्षों में एक भी किसान ने आत्महत्या नहीं की, जबकि महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु जैसे विकसित कहे जाने वाले राज्यों से बराबर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें आती रही हैं।
सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमें नीतीश कुमार जैसा दूरदर्शी नेतृत्व मिला है। नीतीश कुमार जो आज सोचते हैं दूसरी सरकारें उन्हें वर्षों बाद अंगीकार करती हैं। इसकी अनेक मिसालें हैं। वह चाहे साइकिल योजना हो, हर घर बिजली योजना हो, हर घर नल का जल पहुंचाने की योजना हो।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम सुरक्षित तरीका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस दौरान लगातार वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। वे रोज देर रात तक और रविवार को भी लगातार काम कर रहे हैं। हमारे मुख्यमंत्री ने पंद्रह दिन पहले ही स्किल मैपिंग की शुरुआत कराई थी।
जदयू नेता एवं भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक ऐसी परिस्थिति में सत्ता संभाली थी जब राज्य में जातीय उन्माद, अपहरण, नरसंहार, दंगा-फसाद चरम पर था। सड़क निर्माण और बिजली की स्थिति में सुधार की तो लोग उम्मीद ही छोड़ चुके थे। दलितों के कल्याण पर अब 38 गुना अधिक राशि खर्च हो रही है।