जापान ने चीन को पीछे छोड़ बनाया दुनिया का सबसे ‘फास्ट’ कंप्यूटर

नई दिल्ली
जापान के Riken रिसर्च इंस्टीट्यूट और Fujitsu Ltd. ने दुनिया का सबसे फास्ट कंप्यूटर बनाया है। यह कंप्यूटर चीन और यूएस के सबसे फास्ट कंप्यूटर्स से भी तेज है। एक इंडिपेंडेंट सर्वे में जापान के सुपरकंप्यूटर को पहली रैंक दी गई और इसे यूएस और चीन के सुपरकंप्यूटर से तेज माना गया। यह कंप्यूटर रिकेन सेंटर ऑफ कम्प्यूटेशनल साइंस में इंस्टॉल किया गया है। यह सुपरकम्प्यूटर साल 2021 से सभी ऑपरेशंस शुरू कर देगा। ड्रग रिकवरी से लेकर वेदर फोरकास्टिंग तक की जानकारी ये सुपरकम्प्यूटर दे सकता है।

कम्प्यूटर में हैं 1.5 लाख से ज्यादा प्रोसेसर
Top 500 की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस सुरपरकंप्यूटर में 1.5 लाख से ज्यादा प्रोसेसर्स का का इस्तेमाल किया गया है। इस कंप्यूटर की स्पीड का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि यह दुनिया के दूसरे सबस् फास्ट कंप्यूटर से 2.8 गुना तेज है। टॉप 500 एक रिसर्च ऑर्गनाइजेशन है जो साल में 2 बार इन कम्यूटर्स की रैकिंग करता है।

2011 के बाद पहली बार टॉप पर जापान
जापान ने इस क्षेत्र में 9 साल बाद पहला स्थान प्राप्त किया है। साल 2011 में Fujitsu के K कंप्यूटर ने पहली रैंकिंग हासिल की थी। अब जापान ने चीन और यूएस को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर लिया है।

इंटेल कॉर्प को टक्कर देने को तैयार
यह कम्प्यूटर सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्पोरेशंस आर्म्स लिमिटेड की टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करके बनाया गया है। आर्म्स का दावा है कि यह कम्प्यूटर इंटेल कॉर्प को भी हाई परफॉर्मेंस कम्प्यूटिंग के मामले में टक्कर दे सकता है।

ज्यादातर स्मार्टफोन्स में Arm प्रोसेसर का इस्तेमाल
Arm प्रोसेसर्स का इस्तेमाल दुनिया भर के ज्यादातर स्मार्टफोन्स में किया जाता है। इनमें ऐपल भी जल्द ही अपने मैक कम्प्यूटर्स में इन प्रोसेसर्स का इस्तेमाल करता है। साल 2021 से जापान का यह सुपर कम्प्यूटर पूरी तरह फंक्शनल हो जाएगा।
 

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