छत्तीसगढ़ में आदिवासी नर्सिंग छात्राओं की छात्रवृत्ति की राशि स्वीकृत
रायपुर
दो वर्ष से संघर्ष कर रही आदिवासी छात्राओं की सरकार ने छात्रवृत्ति की राशि जारी कर दी है। नर्सिंग का कोर्स कर रही बस्तर और सरगुजा संभाग की इन छात्राओं को कुल 51 लाख 20 हजार स्र्पये दी जाएगी। यूरोपियन कमीशन की ईसीएसपीपी कार्यक्रम के तहत इन आदिवासी छात्राओं को पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में निजी नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश दिलाया गया था।
आर्थिक अनियमितता के चलते इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया। इसके बाद से छात्राओं को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही थी। इसको लेकर आंदोलन में अमादा छात्राओं ने 24 जून तो सड़क पर लेट-लेट कर मुख्यमंत्री निवास आने की धमकी दी थी।
अफसरों के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मामले की जानकारी मिलते ही उन्होंने तत्काल पहल की। सीएम के निर्देश पर बस्तर और सरगुजा प्राधिकरणों से इन छात्राओं की छात्रवृत्ति के लिए कुल 51 लाख 20 हजार की राशि जारी कर दी गई है।
बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सदस्य सचिव और बस्तर कमिश्नर ने 22 छात्राओं के द्वितीय और तृतीय वर्ष के जीएनएम प्रशिक्षण के लिए 35 लाख 20 हजार स्वीकृत करते हुए राशि संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं बस्तर संभाग को आवंटित कर दी है।
इसी तरह सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सदस्य सचिव और कमिश्नर सरगुजा ने 10 आदिवासी छात्राओं के निजी प्रशिक्षण केंद्रों में द्वितीय और तृतीय वर्ष के जीएनएम प्रशिक्षण के लिए 16 लाख रुपये स्वीकृत करते हुए राशि संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सरगुजा संभाग को राशि का आवंटन कर दिया गया है।