चुनाव में 1 करोड़ 34 लाख रुपये वीडियोग्राफी बिल देखकर हैरान हुआ निर्वाचन आयोग

कोरबा
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कोरबा जिले की चारों सीटों पर रैलियां, आमसभा और प्रचार-प्रसार पर निगरानी के लिए वीडियोग्राफी करने वाले ने एक करोड़ 34 लाख रुपये का बिल पेश किया है. निर्वाचन विभाग भारीभरकम बिल देखकर अचंभित है. ठेकेदार ने 24 घंटे के हिसाब से बिल लगाया गया है, लेकिन काम 8 घंटे के हिसाब से किया गया था. इसमें खास बात यह भी है कि चारों विधानसभा में 45 प्रत्याशियों का खर्च भी एक करोड़ नहीं पहुंच सका है. वहीं वीडियोग्राफी का बिल 1 करोड़ 34 लाख रुपये बनाया है.

कोरबा की उपनिर्वाचन अधिकारी नंदिनी साहू ने बताया कि ये बात सही है कि 1 करोड़ 34 लाख रुपये का बिल मिला है. ये केवल सभा के लिए नहीं था. 19 फ्लाइंग स्क्वार्ड टीम जो 27 घंटे 7 दिन काम करे थे. स्टैटिक टीम, नॉमिनेशन और रेण्डमाइजेशन की वीडियोग्राफी कराई गई थी, जो निर्वाचन आयोग के निर्देश मिले थे, उसमे स्पष्ट निर्देश था कि केवल 8-8 घंटे के हिसाब से पेमेंट दिया जायेगा.

वीडियोग्राफर जिस अधिकारी के साथ थे, उस अधिकारी से सत्यापन के बाद बिल राशि 80 लाख रुपये के भुगतान के लिए निर्वाचन आयोग को भेजा है. बता दें कि आदर्श आचार संहिता का पालन कराने व खर्च पर नजर रखने के लिए रायपुर स्तर से ही वीडियोग्राफी का टेंडर हुआ था. कोरबा जिले की चारों सीटों पर प्रत्याशियों की हर रैली, सभा की वीडियोग्राफी कराई गई थी. वीडियोग्राफी के लिए हर जिले में अलग-अलग टीम लगाई गई थी. चारों विधानसभा में हर सेक्टर में अलग-अलग टीम लगाई गई थी, जिसके नोडल अधिकारी थे.

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