चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले लगेगा सूतक, गुरु पूर्णिमा पर होगा ये बदलाव

इंदौर
 इस बार गुरु पूजन के पर्व गुरु पूर्णिमा पर खंडग्रास चंद्र ग्रहण का साया पड़ने से गुरु आश्रम और मंदिरों में पूजन के पूर्व निर्धारित क्रम में बदलाव किया गया है। चंद्र ग्रहण के चलते गुरु पूजन के आयोजन कहीं गुरु पूर्णिमा पर सूतक लगने से पहले तो कहीं एक और दो दिन पहले भी होंगे। इस दिन खजराना गणेश, रणजीत हनुमान और काली मंदिर सहित शहरभर के देवस्थानों में संध्या आरती और दर्शन-पूजन सूतककाल लगने के बाद नहीं होगा।

ज्योतिर्विद् श्यामजी बापू के अनुसार 16 एवं 17 जुलाई की मध्य रात्रि को खंडग्रास चंद्र ग्रहण पृथ्वी पर दिखेगा। यह इंदौर सहित भारतभर में दिखने वाला साल का पहला ग्रहण होगा। ग्रहण की शुरुआत 16 जुलाई को रात 1.31 बजे से होगी। ग्रहण का मध्यकाल रात 3.01 बजे और मोक्षकाल (समाप्ति समय) सुबह 4.30 बजे रहेगा। यानी ग्रहण काल का कुल समय दो घंटे 59 मिनट होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने के ठीक नौ घंटे पहले 16 जुलाई की शाम 4.31बजे से प्रारंभ होगा। धरावराधाम के महंत शुकदेव महाराज के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर ग्रहण का सूतक लगने के चलते गुरु का पूजन सूतक लगने के पहले किया जाना चाहिए।

निषेध रहेगा गर्भकाल में प्रवेश, बंद रहेंगे मंदिर के पट

खजराना गणेश मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि सूतक काल लगने के बाद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। भगवान के दर्शन दूर से हो सकेंगे। रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी दीपेश व्यास ने बताया कि शाम को मंदिर के पट बंद रहेंगे और शयन आरती नहीं होगी। पूजन दोपहर 11 से 2 बजे तक होगा। काली मंदिर खजराना में पट नहीं बंद किए जाएंगे, लेकिन संध्या आरती नहीं होगी। भक्त हार-फूल और अन्य सामग्री अर्पित नहीं कर सकेंगे।

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