ग्वालियर में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन लेगा चौकीदार का सहारा
ग्वालियर
इस बार लोकसभा चुनाव में चौकीदार मुद्दा अहम रोल अदा करेगा. बीजेपी और कांग्रेस चौकीदार के जरिए वोट लेने या वोट काटने की कवायद में जुट गई है. वहीं मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जिला प्रशासन वोट परसेंटेज बढ़ाने के लिए चौकीदार का सहारा लेगा. इसके लिए शहर की सोसाइटी के चौकीदारों को जिला प्रशासन ट्रेनिंग देगा. मतदान के दिन चौकीदार अपनी सोसाइटी में रहने वालों को वोट डालने के लिए प्रेरित करेंगे. वोट नहीं डालने वालों के फ्लैट और बंगलों में दस्तक देकर वे उनसे मतदान करने का आग्रह करेंगे.
बता दें कि इसके लिए जिला प्रशासन आगामी 10 अप्रैल से चौकीदारों को स्पेशल ट्रेनिंग देगा. हालांकि इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्माने लगी है. वहीं बीजेपी ने जिला प्रशासन की कवायद का स्वागत किया, जबकि कांग्रेस ने इसे गलत बताकर चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात कही है. ग्वालियर में शहरी वोटर मतदान केंद्र तक कम पहुंचते है, जिस चलते मतदान का प्रतिशत घट रहा है. नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में ग्वालियर जिले में करीब 64 फीसदी मतदान हुआ था.
जिले की 6 विधानसभा क्षेत्रों में 14 लाख 87 हजार 654 वोटरों में से महज 9 लाख 50 हजार 398 वोटरों ने मतदान किया था. वहीं चुनाव में 36 फीसदी लोग मतदान केंद्रों तक पहुंचे ही नहीं थे. करीब 5 लाख 37 हजार 256 मतदाताओं ने वोट नहीं डाला था. यही वजह है कि जिला प्रशासन लोकसभा में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए चौकीदार की मदद लेगा.