ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख 36 हजार से ज्यादा हैण्डपम्प चालू

भोपाल 
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रामीण एकल, समूह नल-जल योजनाओं के अलावा हैण्डपम्पों और नवीन स्त्रोत का निर्माण कराकर आम लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रमुख अभियंता के.के. सोनगरिया ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 5 लाख 53 हजार 214 हैण्डपम्प में से 5 लाख 36 हजार 177 हैण्डपम्प चालू हैं। लॉकडाउन की अवधि में 57 हजार 799 हैण्डपम्पों का सुधार कार्य कराकर चालू कराया गया हैं। इसी तरह 10 हजार 365 ऐसे हैण्डपम्पों में जहाँ जल स्तर नीचे चला गया था वहाँ 51 हजार 893 मीटर राईजर पाईप बढ़ाकर हैण्डपम्पों को चालू किया गया। इसी अवधि में 523 बसाहटों में नवीन नलकूप खनन कर हैण्डपम्प स्थापित किये जाने के साथ ही 154 टूटे-फूटे हैण्डपम्प प्लेटफार्म का पुनर्निर्माण कराया गया। प्रमुख अभियंता ने बताया कि प्रत्येक जिले में खण्ड/ उपखण्ड कार्यालय के तकनीकी स्टाफ द्वारा सामान्य खराबी से बंद हैण्डपम्पों को एक सप्ताह में और विशेष खराबी से बंद हैण्डपम्पों को अधिकतम 15 दिन में सुधार कर चालू कराने की कार्यवाही निरंतर की जा रही है।

13 हजार से ज्यादा बसाहट चिन्हांकित
प्रमुख अभियंता सोनगारिया ने बताया कि गर्मी के मौसम के दृष्टिगत संभावित पेयजल समस्या वाली 13 हजार 963 बसाहटों को चिन्हांकित किया गया है। इनमें से 4276 बसाहटों मे नवीन नलकूप खनन और 4081 हैण्डपम्पों पर सिंगल मोटरपम्प स्थापित किये जा रहे है। प्रदेश में कुल 1 लाख 28 हजार 489 ग्रामीण बसाहटें हैं, जिनमें पेयजल की व्यवस्था के लिए प्रत्येक जिले में खण्ड/ उपखण्ड कार्यालय द्वारा सतत रूप से निगरानी, संधारण और सुधार कार्य कराया जाता है।
 

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