गैंग रेप पीड़िता की शिकायत दर्ज न करने पर ग्वालियर का थाना प्रभारी निलंबित
ग्वालियर
मध्पप्रदेश में पीड़ितों की शिकायत उनके दरवाजे पर सुनने के लिए सरकार ने FIR आपके द्वार योजना लांच की है, लेकिन ग्वालियर (gwalior) जिले की गिजोर्रा थाना पुलिस ने अपने द्वार पर आयी गैंग रेप (gangrape) पीड़िता की रिपोर्ट लिखने से इंकार कर दिया. SDOP के दखल के बाद डबरा थाना में जीरो पर मामला दर्ज हुआ. ADGP के निर्देश पर थाना प्रभारी को निलंबित (suspend) कर दिया गया है.
गिजोर्रा थाना के किटोरा गांव में 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ 13 मई की रात गैंग रेप हुआ था. गांव में रहने वाले दो युवकों ने बंदूक की नोंक पर नाबालिग का अपहरण किया और गांव के बाहर ले जाकर रेप किया. लड़की को गंभीर हालत में गांव के बाहर फेंककर चले गए.पीड़ित परिवार ने बताया कि गांव में रहने वाले अनिकेत जाट और सचिन गौड़ रात के वक्त घर में घुस आये. 15 साल की बच्ची को इन दोनों ने बंदूक दिखाकर धमकाया और उसका अपहरण करके ले गए थे. बंदूक की नोंक पर दोनों आरोपी बच्ची को गांव के बाहर ले गए जहां गैंगरेप किया. फिर बच्ची को गांव के बाहर फेंक कर फरार हो गए.
होश में आने पर बच्ची ने घर आकर पूरी घटना बताई. परिवार के लोग बच्ची को लेकर गिजोर्रा थाना पहुंचे.लेकिन थाना प्रभारी गोपाल यादव ने पीड़िता की FIR दर्ज नहीं की. परिवार को थाने से लौटा दिया. 15 मई को पीड़ित परिवार डबरा एसडीओपी कार्यालय पहुंचा. एसडीओपी ने फरियादी की शिकायत पर डबरा थाने में जीरो पर केस कायम करने के निर्देश दिए तब कहीं जाकर पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज की गई.
इस मामले को जब न्यूज 18 ने उठाया, तो एडीजीपी राजाबाबू सिंह ने फौरन संज्ञान लिया.नवनीत भसीन को निर्देश दिए, जिसके बाद थाना प्रभारी गोपाल यादव को निलंबित कर दिया गया. एडिशन एसपी को मामले की विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं. ADGP राज बाबू सिंह ने कहा कि महिला अपराध के मामले में लापरवाही करने वालों को कतई नही बक्शा जाएगा.