गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा आज पूर्व मंत्री प्रघुम्न और पूर्व विधायक मुन्नालाल से करेंगे मुलाकात
ग्वालियर
कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए पूर्व मंत्री-विधायकों को लेकर बनते विवादास्पद हालातों को देखते हुए पार्टी अब सतर्क हो गई है। अंचल में पिछले दिनों सामने आए ऐसे कई घटनाक्रमों को लेकर बीजेपी अब इन नेताओं को पार्टी के तौर-तरीकों से अवगत कराना चाहती है, ताकि उपचुनाव से पहले किसी तरह का बखेड़ा खड़ा ना हो।
इसके मद्देनजर बीजेपी नेतृत्व ने पार्टी में न्यू कमर्स की बाकायदा क्लास लेकर उन्हें संगठन की रीति-नीति समझाने पर फोकस कर दिया है। ऐसे में पार्टी ने इन नेताओं को फूंक-फू ककर कदम रखने की नसीहत देने का फैसला किया है। हाल ही में चर्चाओं में आए ग्वालियर में पूर्व विधायक और मंत्रियों को संगठन का पाठ पढ़ाने के लिए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को भेजा जा रहा है। सिलसिले में श्री मिश्रा 14 जून की शाम को ग्वालियर पहुंच रहे हैं। इस दौरान वह पूर्व मंत्री प्रघुम्न सिंह तोमर और पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल से उनके घर जाकर मुलाकात करेंगे। इससे पहले शनिवार को पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी से डबरा में उनकी मुलाकात के दौरान लंबी चर्चा हो चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने पार्टी में आए नए नेताओं को पुराने रवैए में बदलाव को लेकर पूरी गाइड लाइन तय कर दी है, जिसके मुताबिक उन्हें साफ-साफ नसीहत दी जा रही है कि वह उपचुनाव तक किसी भी तरह के विवादास्पद मामलों से दूर रहें। यह भाजपा है और यहां ही कल्चर कांग्रेस से भिन्न है इसलिए यहां के तौर-तरीके सीखें और संगठन के साथ चलने की आदत डालें। दरअसल उपचुनाव से पहले इस तरह के हालात पार्टी के लिए सियासी नुकसान का सबब बन सकते हैं। बता दें कि हाल ही में घटे कुछ घटनाक्रमों के कारण ग्वालियर की राजनीति में जिस तरह से कलह का माहौल पैदा हुआ है वह चुनावी सियासत के लिहाज से बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इसको भापते हुए भाजपा के आला नेताओं ने इसे गंभीरता से लिया है।
प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा है कि डबरा में शीघ्र ही 100 बिस्तरों का अस्पताल बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए तमाम जरूरी औपचारिकताएं इसी महीने में पूर्ण कर ली जाएंगी और संभव हुआ तो राशि भी स्वीकृत कर दी जाएगी। डॉ. नरोत्तम मिश्र ने डबरा की पूर्व विधायक इमरती देवी सुमन के साथ अस्पताल के लिए स्थल का निरीक्षण भी किया। यह अस्पताल पहले से स्थित अस्पताल के परिसर में ही होगा यहां अलग से नए अस्पताल के लिए मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जाएगी।