गीतकार जावेद अख्तर ने कहा देश भक्ति का पाठ कोई न पढ़ाये, मेरे दादा को कालापानी की सजा हुई थी
भोपाल
लेखक एवं गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि बुर्का बंद करने से पहले सरकार को राजस्थान की घूंघट प्रथा भी बंद करने का ऐलान करना होगा। उन्होंने कहा कि उनको देश भक्ति का पाठ कोई न पढ़ाये, मेरे दादा को कालापानी की सजा हुई थी, उनकी मौत भी वहीं पर हुई थी।
भाजपा ने प्रज्ञा को लोकसभा चुनाव में खड़ा कर अपनी हार मान ली है। प्रज्ञा के जरिए वह खुलकर अपने असल रूप में आ गई है। यह बात आज उन्होंने आज भोपाल में पत्रकार वार्ता में कही। जावेद अख्तर ने कहा कि न मैं कांग्रेस का हूं ना मैं भाजपा का हूं, भोपाल से मेरा रिश्ता साढे चार साल का रहा है। इसके कारण मेरा बाल-बाल भोपाल के लिए कर्ज में है।
उन्होंने चौकीदार चोर है के नारे को लेकर कहा कि वे गिरी जुबान को अप्रूव नहीं करते हैं। यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। ये तय करेगा की मुल्क किस रास्ता पर जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर के श्राप में इतनी ताकत है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह है कि वे देश के दुश्मनों के लिए इसका इस्तेमाल करें।