गरीबी को दूर करने को सरकार हर उपाय करेगी : CM नीतीश

पटना 
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लक्ष्य तय कर राज्य सरकार लोगों को गरीबी से बाहर निकालने को हर उपाय करेगी। इसके लिए जितनी भी राशि की जरूरत होगी, सदन में अनुपूरक बजट लाकर सरकार प्राप्त करेगी। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि चमकी बुखार (एईएस) से प्रभावित हुए बच्चे गरीब परिवार के ही थे। मुख्यमंत्री सोमवार को विधानसभा में मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की हुई मृत्यु पर विपक्ष के कार्य स्थगन पर हुए वाद-विवाद के बाद अपना पक्ष रख रहे थे। 

इससे पहले विपक्ष के अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि चमकी बुखार से बच्चों की मृत्यु का जिम्मेदार केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही है। दो घंटे से अधिक देर तक यह वाद-विवाद चला। वहीं विधान परिषद में भी चमकी बुखार पर राजद और कांग्रेस दोनों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे कार्यकारी सभापति हारुन रसीद ने खारिज कर दिया। 

विधानसभा में इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवारों को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ तय समय सीमा में देंगे। ताकि वह परिवार आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बने। चाहे वह इस बीमारी से प्रभावित हुए हों या नहीं। कहा कि मुजफ्फरपुर में हुई घटना अत्यंत ही दुखद और चिंतित करने वाली है। ऐसी घटना फिर नहीं हो, इसके लिये सारे आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। ऐसी घटनाओं से मन दुखी हो जाता है। इससे सरकार के अन्य काम पर भी प्रभावित होते हैं। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का सामाजिक और आर्थिक सर्वे किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट आते ही योजनाओं का लाभ देने का लक्ष्य निधारित किया जाएगा, जो पूरे राज्य में चलेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिर किसी गरीब परिवार को घर नहीं है तो क्यों? जबकि इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में गरीब परिवार को आवास बनाने के लिए 1.20 लाख दिये जाते हैं। केंद्र की इस योजना से वंचित परिवार को आवास के लिए राज्य सरकार 1.30 लाख मुख्यमंत्री आवास योजना से देती है। जमीन की खरीद के लिए 60 हजार दी जाती है। गरीब व वंचित परिवार को मुख्यमंत्री सतत जीविको पार्जन योजना के तहत रोजगार के लिए 60 हजार से एक लाख तक दिये जाते हैं। कोई भी इन योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहे, यह सुनिश्चत होगा। वंचित परिवार को सबसे पहले आवास देंगे। ऐसे परिवार की महिलाओं को जीविका से जोड़ेंगे। हर बच्चे को आंगनबाड़ी से जोड़ा जाएगा। 

एसकेएमसीएच की हालत देखकर तकलीफ हुई 
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना को लेकर मैं मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच गया। वहां जाकर हालत देखा तो मुझे तकलीफ हुई कि पहले यहां क्यों नहीं आया था। बड़ी संख्या में वहां मरीज आते हैं। एक बेड पर दो-दो बच्चे भर्ती थे। एसकेएमसीएच को 2500 बेड बनाने की मैंने घोषणा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *