खादी यूनीफार्म दिलाएगी उत्तर प्रदेश में पांच लाख रोजगार

 लखनऊ
अब फैशन और शान का परिधान बन चुकी खादी आने वाले दो-तीन सालों में प्रदेश में पांच लाख लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम करेगी। सरकारी स्कूलों में बच्चों को खादी यूनीफार्म दिए जाने के प्रदेश सरकार के अभिनव प्रयोग से इसकी राह बन रही है। इसके लिए खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग वृहद कार्ययोजना तैयार कर रहा है।

प्रदेश सरकार ने इस साल से इस योजना को प्रदेश के चार जिलों की सात ब्लाकों के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है। लखनऊ का ब्लाक मोहनलालगंज, सीतापुर में सिधौली, मिर्जापुर में छियानबे, बहराइच में मटेरा, महसी और विश्वेश्वरगंज ब्लाक को इस पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग ने इन सात ब्लाकों के स्कूली बच्चों को दो सेट स्कूल ड्रेस खादी का मुहैया कराने की जिम्मेदारी दो खादी संस्थानों को दी है। एक सेट यूनीफार्म की लागत 300 रुपये रखा गया है। ड्रेस का रंग मैरून और लाल चेक रखा गया है ताकि कम गंदा दिखे। 

यूं मिलेगा पांच लाख रोजगार
खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों के सभी परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में खादी ड्रेस मुहैया कराने की स्थिति में सीधे सीधे करीब पांच लाख लोग रोजगार से जुड़ेंगे। खादी उत्पादन, सिलाई, रंगाई, बुनाई, काज-बटन, सप्लाई के क्षेत्र में लोगों को ये रोजगार मिलेंगे। प्रदेश में खादी का उत्पादन सीधे दस गुना अधिक करना पड़ेगा। इस सब बातों को ध्यान मे रखकर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है। 

अभी प्रदेश में है 2.25 लाख मीटर खादी का उत्पादन
खादी ग्रामोद्योग विभाग के उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी एसके कक्कड़ के मुताबिक प्रदेश में अभी कुल 2.25 लाख मीटर खादी का उत्पादन हर साल होता है। सभी स्कूलों में स्कूल ड्रेस देने के लिए खादी का उत्पादन 25 लाख मीटर से अधिक करना होगा। इसके लिए प्रदेश में बड़ी तादाद में सोलर चरखे की जरूरत होगी। विभाग शीघ्र ही और एक हजार सोलर चरखे खरीदने जा रहा है। संस्थाओं के माध्यम से भी 600 चरखे खरीदे जाएंगे।   

निफ्ट से दिलाएंगे प्रशिक्षण: सहगल
प्रमुख सचिव खादी नवनीत सहगल का कहना है कि सभी स्कूलों में खादी यूनीफार्म देने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाई जा रही है। संस्थाओं द्वारा नये सिलाई वर्क्शाप डाले जाएंगे। निफ्ट से प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की जाएगी। खादी उत्पादन को क्रांति के रूप में लिया जाएगा। प्रदेश में गांव-गांव तक रोजगार मुहैया कराने में खादी सबसे कारगर साबित होगा। 
 

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