कैसे बन गए CRPF जवान रुद्र कौशिक ऐक्टर

सेंट्रल रिजर्ल पुलिस फोर्स से छोटे पर्दे तक, रुद्र कौशिक का करियर एक लंबी जर्नी रहा है। रुद्र इस वक्त 'दादी अम्मा दादी अम्मा मान जाओ' शो में नजर आ रहे हैं और 12 साल क पुलिस फोर्स में सब इंस्पेक्टर रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि ऐक्टिंग में उनका कैसे आना हुआ।

दोस्त ने दिया था ऐक्टिंग का सुझाव
रुद्र को 'कुल्फी कुमार बाजेबाला', 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' और 'बालिका वधु' जैसे शोज में भी देखा गया है। ऐक्टिंग में आने के बारे में वह बताते हैं, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि सीआरपीएफ छोड़ूंगा लेकिन 2007 में मुझे तेज पीठ दर्द की वजह से ऐसा करना पड़ा। फिर मैंने काम ढूंढ़ना शुरू किया। यह बात तो तय थी कि मैं रेग्युलर 9 से 5 की नौकरी नहीं कर सकता। मैं बिजनस शुरू करने के बारे में सोच रहा था इसी बीच किसी काम से मुंबई आया। एक दिन एक दोस्त ने मुझसे कहा कि मैं ऐक्टिंग में ट्राई क्यों नहीं करता और मैंने ऑडिशंस देने शुरू कर दिए। यह अचानक हुआ।'

पैर जमाना नहीं था आसान
रुद्र जोधपुर से हैं और इंडस्ट्री में उनका कोई कनेक्शन भी नहीं, इसलिए इंडस्ट्री में पैर जमाना इतना आसान भी नहीं था। वह बताते हैं, 'शुरुआती कुछ सालों में उन्होंने छोटे रोल किए जिनसे उन्हें इस कला में माहिर होने का मौका मिला। 'भाग्यविधाता' में छोटा सा नेगेटिव रोल करने के बाद मुझे बेहतर ऑफर मिलने लगे और मुझे ऐक्टिंग करके मजा आ रहा है।'

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