‘कैप्टन कूल’ को टक्कर देंगे पंत
नयी दिल्ली
नये कलेवर के साथ आईपीएल-12 का विजयी आगाज़ कर रही दिल्ली कैपिटल्स की टीम मंगलवार को अपने घरेलू मैदान पर गत चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स की चुनौती का सामना करेगी, लेकिन इस मुकाबले में निगाहें विकेटकीपरों महेंद्र सिंह धोनी और युवा रिषभ पंत की टक्कर पर लगी होंगी। ट््वंटी 20 टूर्नामेंट की सबसे फिसड्डी टीम दिल्ली ने लंबे अर्से बाद आईपीएल की विजयी शुरूआत की है और तीन बार की चैंपियन मुंबई इंडियन्स को उसी के घरेलू मैदान पर 37 रन से हराया। दिल्ली डेयरडेविल्स से नाम बदल दिल्ली कैपिटल्स के रूप में आईपीएल-12 की सुखद शुरूआत से टीम उत्साहित है और उसका आत्मविश्वास भी बढ़ा है, वहीं वह अपना अगला मैच घरेलू मैदान पर खेलने उतर रही है जिससे उसे घरेलू परिस्थितियों का भी फायदा मिलेगा। दिल्ली को हालांकि आईपीएल की सफल टीम चेन्नई से बचना होगा जो अपने अनुभवी कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में तीन बार खिताब जीत चुकी है। चेन्नई ने अपना पिछला और टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच रॉयल चैलेंजर बेंगलुरू से अपने मैदान पर सात विकेट से जीता था और उसकी कोशिश भी लय बरकरार रखने की होगी।
चेन्नई और दिल्ली दोनों ही टीमें अपने अपने पिछले मैच जीत चुकी हैं, ऐसे में किसी को कमतर नहीं माना जा सकता है। हालांकि कोटला में होने वाले मुकाबले में निगाहें दोनों टीमों के विकेटकीपरों पर लगी होंगी। जहां चेन्नई के धोनी के पास अपार अनुभव है तो वहीं दिल्ली को उसके ओपनिंग मैच में जीत दिलाने में युवा विकेटकीपर पंत ने अहम भूमिका निभाई थी। पंत ने मुंबई के खिलाफ मैच में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुये नाबाद 78 रन की धुआधार पारी खेली थी जिसमें मात्र 27 गेंदों में उन्होंने सात चौके और सात छक्के उड़ाये थे। मैन आॅफ द मैच रहे पंत के लिये आईपीएल में अपनी टीम को जिताने से बड़ी जिम्मेदारी आगामी विश्वकप से पूर्व खुद को साबित करने की भी है। अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर पहुंच गये 37 वर्षीय विकेटकीपर धोनी की जगह भारतीय राष्ट्रीय टीम में अब पंत को उनका उत्तराधिकारी माना जा रहा है, हालांकि दोनों के खेल और अनुभव दोनों के स्तर में काफी बड़ा फासला है।
30 मई से इंग्लैंड में होने वाले आईसीसी विश्वकप से पूर्व भारत की आस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी वनडे सीरीज़ में पंत ने स्टम्प के पीछे खासा निराश किया था जिसके बाद उनके खेल पर सवाल उठने लगे थे। भारत ने अपनी विश्वकप टीम अब तक नहीं चुनी है, ऐसे में न सिर्फ पंत अपने निजी प्रदर्शन से प्रभावित करना चाहेंगे बल्कि प्रशंसक भी धोनी और पंत के खेल की समीक्षा जरूर करेंगे। दिल्ली ने मुंबई के खिलाफ पिछले मैच में जहां बल्ले और गेंद से संतुलित खेल दिखाया था वहीं चेन्नई को केवल 71 रन के लक्ष्य का पीछा करने में 18 ओवर तक संघर्ष करना पड़ा था। हालांकि धोनी ने इसके लिये चेपौक स्टेडियम की पिच को जिम्मेवार ठहराया था। चेन्नई के पास हालांकि बेहतरीन क्रम है। मध्यक्रम में धोनी बेहतरीन स्कोरर हैं, जबकि टीम में शेन वाटसन, अंबाटी रायुडू, आॅलराउंडर सुरेश रैना अहम खिलाड़ी हैं। रैना आईपीएल के शीर्ष स्कोरर हैं जबकि निचले क्रम पर रवींद्र जडेजा के रूप में बेहतरीन लेफ्ट आर्म स्पिनर और बढ़िया स्कोरर टीम के पास है। आॅफ स्पिनर हरभजन सिंह और इमरान ताहिर के रूप में टीम के पास अनुभवी गेंदबाज़ मौजूद हैं। पिछले मैच में भज्जी और ताहिर ने कमाल की गेंदबाजी करते हुये तीन तीन विकेट निकाले थे। वहीं दिल्ली के पास ओपनिंग में पृवी शॉ जैसा युवा बल्लेबाज़ और शिखर धवन जैसे अनुभवी खिलाड़ी की ओपनिंग जोड़ी है। श्रेयस अय्यर, कॉलिन इनग्राम और पंत के रूप में बढ़िया बल्लेबाज़ हैं जबकि मुंबई के खिलाफ टीम के गेंदबाज़ों ने भी संतोषजनक प्रदर्शन किया था।