केंद्रीय मंत्री के लिए चुनौती बनेगी पूर्व IAS, इस सीट से हो सकती है कांग्रेस प्रत्याशी

भोपाल
मप्र की बर्खास्त आईएएस अधिकारी शशि कर्णावत अब राजनीति में उतरने जा रही हैं। संभवत: वे अगले लोकसभा चुनाव में टीकमगढ़ से कांग्रेस की प्रत्याशी हो सकती हैं। उन्होंने टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र के दौरे भी शुरू कर दिए हैं। जैन साध्वी से आर्शीवाद लेने के बाद वे चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। टिकट के लिए उन्हें पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने भी संकेत दे दिए हैं। 

विधानसभा चुनाव के दौरान शशि कर्णावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मिलकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। इसके बाद उन्होंने चुनाव में भाजपा के विरोध में जमकर प्रचार किया। हालांकि उन्होंने जिस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया, उसे चुनाव में जिता नहीं पाईं। भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी रहीं शशि कर्णावत की गिनती तेजतर्रार अफसरों में होती रही है। शिवराज सरकार से पटरी नहीं बैठने की वजह से उन्हें आईएएस की नौकरी से हाथ धोना पड़ा। 

इसलिए हैं प्रवल दावेदार 

शशि कर्णावत को टीकमगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रवल दावेदार माना जा रहा है। क्योंंकि वे बुंदेलखंड क्षेत्र से आती है और इस क्षेत्र की 4 लोकसभा सीटों में से टीकमगढ़ ही आरक्षित है। यहां से वर्तमान में भाजपा के वीरेन्द्र खटीक सांसद हैं। कर्णावत ने दमोह से चुनाव लडऩे की इच्छा जताई थी, लेकिन कांग्रेस की ओर से उन्हें टीकमगढ़ से तैयारी करने के संकेत मिले हैं। 

छतरपुर-टीकमगढ़ से पुराना नाता

शशि कर्णावत मूलत: सागर जिले के देवरी विकासखंड के गांव की है। सरकारी सेवा में आने के बाद वे छतरपुर एवं टीकमगढ़ में भी पदस्थ  रही हैं। टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में दोनों जिले की 8 विधानसभा सीट आती हैं। कर्णावत ने बताया कि छतरपुर में वे सीईओ रह चुकी हैं जबकि टीकमगढ़ में पंचायत चुनाव के दौरान पर्यवेक्षक रह चुकी है। इस लिहाज से यह क्षेत्र उनके लिए नया नहीं है। यहां की जनता की समस्या और अन्य हालातों से वे भलीभांति परिचित हैं। 

दलित की बेटी को दलित के हाथों मरवाया

आईएएस से बर्खास्त करने पर शशि कर्णाव ने कहा कि शिवराज और मोदी सरकार ने उनके साथ अन्याय किया। ये सरकारें बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ की बात करती हैं, लेकिन उन्होंने दलित की बेटी को दलित राष्ट्रपति के हाथों मरवाया। उन्होंने कहा कि बर्खास्त होने के बाद राज्य सरकार ने उनसे आवास खाली करवाया, तभी ये प्रण लिया था कि इनसे (श्यामला हिल्स)भी खाली करवा लेंगे। एक प्रण तो पूरा हो गया है।

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