कुल्हाड़ीघाट जंगल में 25 हाथियों ने डाला डेरा
गरियाबंद
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट के आमामोरा, कुकराल के ग्रामीण इन दिनो हाथियो के दहशत से बेहद परेशान हो गए है लगभग 20-25 हाथियो का दल लगातार किसानों की धान की फसलों को रौंदकर चौपट कर रहे हैं। हाथियों को लेकर ग्रामीणों में भारी दहशत है। हालांकि वन विभाग का अमला लगातार जंगली हाथियों पर नजर रख रहा है। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी करवाकर लोगों को जंगल ना जाने की अपील की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया कुल्हाड़ीघाट वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत आमामोरा के आश्रित ग्राम कुकराल व हथोड़ा में पिछले चार दिनों से 20-25 हाथियों का दल विचरण कर रहा है, जिसमें दो हाथियों के बच्चे भी शामिल हैं। ये हाथी कक्ष क्रमांक 8 8 0, 8 8 9, 8 32 में लगातार विचरण कर रहे हैं। यहां बांस के जंगल को नुकसान पहुंचाने के साथ ही लगभग 6 0 से 70 एकड़ में लगी धान व दलहन, तिलहन की फसलों को भी चौपट कर रहे हैं।
इस क्षेत्र में विशेष पिछड़ी कमार, भुंजिया जनजाति के लोग निवास करते हैं। जंगल से लगे होने के कारण एकाएक बड़ी संख्या में जंगली हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीणों में भारी दहशत देखने को मिल रही है। लोग शाम होते ही घरों से बाहर निकलने डर रहे हैं। पिछले तीन-चार दिनों से कुकराल के जंगल के समीप डेरा जमाए हाथियों ने लगभग 30 से 35 किसानों की फसल को रौंदकर बर्बाद कर दिया है जिससे किसान बेहद परेशान हंै।
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व वन विभाग के एसडीओ पी. आर. धु्रव ने बताया कि 20-25 हाथियों का दल कुल्हाड़ीघाट वन परिक्षेत्र के आमामोरा, कुकराल, हथोडा के समीप डेरा डाले हुए है। वन विभाग द्वारा फसल क्षति का मुआयना किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 13.8 08 हेक्टेयर में लगी फसल हाथियों के रौदने से बर्बाद हुई है। वन विभाग द्वारा मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीणों को जंगल की तरफ अकेले नहीं जाने की मुनादी करवाकर अपील की जा रही है।