किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन ! ( अतिरिक्त कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन)

किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन ! ( अतिरिक्त कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मंडियों में गेहूं और मक्का को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने की मांग !

छिंदवाड़ा – कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ ने कोरोना महामारी एवं बेमौसम बारिश झेल रहे किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है । सहकारिता कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष गुंजन शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी काल एवं असमय हो रही बारिश के कारण किसान बहुत परेशान हैं एवं जिले में चल रहे गेहूं उपार्जन कार्यों में भी किसानों के समक्ष नई नई समस्याएं आ रही हैं जिनके निराकरण की मांग उन्होंने मुख्यमंत्री से की है ।
निम्नलिखित बिंदुओं पर सौंपा है ज्ञापन

1. गेहूं उपार्जन केंद्र में एक ही केंद्र में 20 से 50 गांव की खरीदी हो रही है जो कोरोना वायरस सोशल डिस्टेंसिंग की दृष्टि से अनुचित है खरीदी केन्द्रों में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु पर्याप्त संसाधन नहीं हैं । किसानों की बढ़ती संख्या के कारण नई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं ।
2. खरीदी केंद्रों की दूरी 35 से 40 किलोमीटर तक है जिससे किसान को परिवहन में अत्यधिक कै राशि देनी पड़ रही है साथ ही दूरी अधिक होने के कारण छोटे किसान अपनी उपज उपार्जन केन्द्रों में न ले जाकर कुचिया व्यापारियों को समर्थन मूल्य से कम कीमत पर बेचने मजबूर हो रहे हैं । स्थानीय स्तर पर समिति स्तर पर खरीदी केंद्र बनाने की आवश्यकता है ।
3. कृषि उपज मंडी में गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर खरीदा जा रहा है । समर्थन मूल्य से कम पर खरीदी होना सरकार की नाकामी ही समझी जाएगी । किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाया जाना चाहिए।
4. सहकारी समितियां किसानों से विक्रय की गई उपज की राशि से 50% तक ऋण राशि जबरन वसूल रही हैं जबकि कोरोना आपदा के कारण किसान वैसे ही संकट की स्थिति में है ।
5. गेहूं खरीदी देरी से शुरू हुई है और धीमी गति से हो रही है इसलिए इसकी अंतिम तिथि 31 मई से बढ़ाकर 15 जून की जाए
6. FAQ क्वालिटी के नाम पर किसानों को परेशान न किया जाए । मौसम की मार झेल रहे किसानों को मिट्टी और नमी को लेकर परेशान न किया जाए ।
7.विगत खरीफ फसल का मक्का 1100 से 1200 रूपये प्रति क्विंटल बिक रहा है उसका भी न्यूनतम समर्थन मूल्य 1760 रुपए प्रति क्विंटल हर किसान को दिलाया जाए ।
8. पंजीयन नहीं करा पाने वाले किसानों से भी ऋण पुस्तिका के आधार पर गेहूं खरीदी की जाए
9. उपार्जन कार्य में लगे सहकारिता कर्मियों को कोरोना वारियर बीमा योजना का लाभ दिया जाए ।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से रविंद्र सिंह, चंद्रशेखर अल्डक़, विक्रम सिंह चौधरी, शैलेष ठाकुर, शैलेष पाटनकर,साकेत नेमा,आदि शामिल रहे ।

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