कांग्रेस सरकार भी राहुल गांधी की तरह कनफ्यूज, सिंधिया मेरे दुश्मन नहीं : शिवराज
भोपाल
मध्य प्रदेश में 13 साल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया है| मीडिया से चर्चा में शिवराज ने प्रदेश में हो रही हत्याओं पर कहा कांग्रेस सरकार के राज में मध्यप्रदेश में अराजकता की स्थिति है। बीजेपी और इसके सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ताओं की हत्याएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं और सरकार के मंत्री बचकाने बयान दे रहे हैं। पूर्व सीएम ने कहा ये सरकार संवेदनहीन हो गई है, लोग मारे जा रहे हैं हम कैसे चुप रहें, रतलाम में RSS के व्यक्ति की हत्या कर दी गई और गृहमंत्री बाला बच्चन कह देते हैं ये आपसी रंजिश है, कब तक हत्या पर राजनीति करोगे, कांग्रेस सरकार ने मध्य प्रदेश को अराजकता के दलदल में ढकेल दिया है| वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया की शिवराज ने जमकर तारीफ की और नई जिम्मेदारी पर उन्हें बधाई दी|
शिवराज ने सिंधिया को लेकर कहा, सिंधिया मध्य प्रदेश के वरिष्ठ राजनेता हैं, कई मुद्दों पर हमने आपस में चर्चा की है, हम दुश्मन नहीं हैं| उनकी राजनीतिक विचारधारा अगर अलग है इसके लिए मैं दुश्मन हो जाऊं, ऐसे विचार वाले व्यक्ति मैं नहीं हु| शिष्टाचार और सौजन्य हममे होना चाहिए और प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के लिए मिलकर काम करना चाहिए| कांग्रेस के महसचित्व बनने पर उन्हें शुभकामनायें| वहीं प्रियंका गाँधी की राजनीति में एंट्री पर उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को राजनीति में ले आना कॉंग्रेस का अंदरूनी मामला है। वो उस परिवार से हैं, जिसने वर्षों तक देश पर शासन किया है, लेकिन उन्हें राजनीति में लाने से कोई चमत्कार होने वाला नहीं है।
सरकार भी राहुल की तरह कंफ्यूज
कमलनाथ सरकार की कर्जमाफी की घोषणा को लेकर शिवराज ने जमकर हमला बोला| उन्होंने कहा कि क़र्ज़ माफ़ी की सूची अंग्रेज़ी में चिपका दी हैं जो किसानों के पल्ले नहीं पड़ रही, कर्जमाफी के नाम पर गुमराह किया जा रहा है जिससे कि लोकसभा चुनाव निकल जाए, कहीं कहीं 10 रुपये तक माफ किये जा रहे हैं| उन्होंने कहा कि कॉंग्रेस सरकार भी राहुल गांधी की तरह कनफ्यूज लगती है। भावांतर योजना के लिए राशि तो मैं सरकार में रहते हुये रख आया था, लेकिन कॉंग्रेस सरकार कभी कहती है ये योजना बंद करेंगे, तो हमारे विरोध पर कहती है कि चालू रखेंगे, तो आखिर किसानों को पैसे देती क्यों नहीं हैं| आचार संहिता लागू होने के पहले किसानों को पैसे दिए जाने चाहिए| यह सरकार भी राहुल गाँधी की तरह कंफ्यूज हो गई है|
मैं जोड़तोड़ के चक्कर मे नहीं हूँ
सिंहस्थ में हुए खर्च की जांच पर शिवराज ने कहा जांच के लिए सरकार ने समिति बनाई है में उसका स्वागत करता हूँ लेकिन विद्वेष की भावना से ऐसा न करें| वहीं बाबूलाल गौर के कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने के विचार करने वाले बयान पर शिवराज सिंह ने किनारा करते हुए कहा मैं सुनी सुनाई बातों पर ध्यान नहीं देता| वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ के दावोस में दिए गए बयान पर शिवराज सिंह ने कहा मैं सरकार गिराने का काम नहीं करता, मैं जोड़तोड़ के चक्कर मे नहीं हूँ|