कांग्रेस पर बीजेपी MLA का कटाक्ष-आजकल इंदौर में नही मिल रहे है गधे, सारे भोपाल चले गए
भोपाल/इंदौर
15 सालों बाद वनवास काट सत्ता में आई कांग्रेस इन दिनों तबादलों को लेकर चर्चा में बनी हुई है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक एमपी में तबादलों के तबादले सुर्खियां में छाए हुए है। आए दिन अफसरों के तबादले किए जा रहे है। हैरानी की बात तो ये है कि एक ही अफसर के बार बार तबादले किए जा रहे है। अफसरों तो इस कदर तनाव में आ गए है कि उन्हें समझ ही नही आ रहा है कि कहां से रिलीव ले और कहां ज्वाइन करे। भोपाल से लेकर दिल्ली तक के नेता इस तबादला एक्सप्रेस को लेकर सवाल उठा रहे है। प्रदेश में भी विपक्ष के साथ साथ सत्ता पक्ष के भी नेता-मंत्री अपनी ही सरकार पर कटाक्ष करने से पीछे नही हट रहे है। इसी बीच इंदौर से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय का ब़ड़ा बयान सामने आया है। आकाश ने कांग्रेस को गधों की सेना और राहुल गांधी को गधों का सरताज बताया है। आकाश के बयान के बाद सियासत फिर गर्मा गई है। कांग्रेस हमलावर हो चली है।
दरअसल, आज इंदौर में भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर से वर्तमान विधायक आकाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी द्वारा एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने के खिलाफ इंदौर में जमकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान आकाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ सरकार और उनके द्वारा चलाई जा रही तबादला एक्सप्रेस पर जमकर हमला बोला। आकाश ने कांग्रेस को गधों की सेना और राहुल गांधी को गधों का सरताज बताया ।आकाश ने कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को गधा करार देते हुए कहा कि आजकल इंदौर में गधे नहीं मिल रहे हैं। सारे गधे भोपाल चले गए हैं।वही कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भोपाल के वल्लभ भवन में बैठकर तबादले कौन कर रहा है, यह सबको पता है। इस दौरान 'राहुल गांधी गधा है' के नारे भी लगाए गए। इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस में हड़कंप की स्थिति है और वो जमकर भाजपा पर पलटवार कर रही है। इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज तबादलो को लेकर सरकार की जमकर घेराबंदी कर चुके है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही रोज तबादले किए जा रहे है, जिसको लेकर हर कोई सवाल उठा रहा है फिर चाहे वह विपक्ष का हो या फिर सत्ता पक्ष का। अब तक 130 से ज्यादा आईएएस, 150 से ज्यादा आईपीएस अफसरों के तबादले हो चुके है। इनमें वो अफसर भी शामिल हो जिनके एक से अधिक बार तबादले किए गए है । अब तक 45 से ज्यादा जिलों के कलेक्टरों को बदला जा चुका है। रोज एक ना एक सूची जारी हो रही है, जिसमें बड़े से बड़े अफसरों से लेकर छोटे से छोटे अधिकारी तक नाम शामिल है। हैरानी की बात तो ये है कि किसी एक विभाग नही बल्कि हर विभाग के अफसरों को बदला जा रहा है।चुनाव से पहले और दर्जनों और अफसरों के तबादले होना है।