कमलनाथ के निर्देश 1500 मेगावाट के सौर उर्जा संयंत्रों पर तेजी से काम हो
भोपाल
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगर, शाजापुर और नीमच में पंद्रह सौ मेगावाट के सौर उर्जा संयंत्रों पर तेजी से काम करने के निर्देश नवकरणीय उर्जा विभाग के अधिकारियों को दिए है।
मंत्रालय में नवकरणीय उर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों के खेतों में सोलर पंप ज्यादा से ज्यादा संख्या में शुरु किए जाए। इसके लिए राज्य शासन की योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाए और किसानों को इसकी जानकारी देकर सोलर पंप अपने खेतों में लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि सोलर पंपों को पहले उन स्थानों पर लगाने मेंं प्राथमिकता दी जाए जहां वर्तमान में बिजली उपलब्ध नहीं है। सोलर पंपों के अधिक से अधिक उपयोग से बिजली की बचत हो सकेगी और किसानों को भी मुफ्त में सिचाई की सुविधा इन पंपों के जरिए मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने सोलर रुफ टॉप रेस्को परियोजना को लेकर प्रस्तुतिकरण भी दिया गया। इसमें बताया गया कि शासकीय कार्यालयों की छतों पर इस परियोजना के तहत सौर उर्जा से चलने वाले बिजली उत्पादन संयंत्र संचालित किए जा रहे है। इसमें केन्द्र सरकार से भी मदद मिलती है और कार्यालयों का बिजली का सालाना खर्च भी कम हो रहा है।
प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में सबसे पहले इनकी शुरुआत की गई है। केन्द्र सरकार के कार्यालयों में भी इनका उपयोग किया जा रहा है। अब प्रदेश के सरकारी कार्यालयों की छतों पर भी इनका अधिक से अधिक प्रयोग किया जाना प्रस्तावित है।