एलपीजी गैस सिलेंडर में आग लगने से फटता नही ,बल्कि धमाका होता है।हादसे को, टालने के लिए क्या करें,पढिये।।
- आग लगने से सिलेंडर कभी फटता नहीं, बल्कि अगर इसमें धमाका होता है, तो इस पर बाहरी हीट लगने से यह हादसा होता है।
सिलेंडर की नोजल से निकल रही आग को बुझाने के लिए सबसे पहले सिलेंडर को टेढ़ा कर बाहर फेंक देना चाहिए या उसको पानी में डुबो देना चाहिए। इसके अलावा अगर हम इसको पानी के टैंक या नाली में डाल दें, तो भी इस पर काबू पाया जा सकता है।
कई बार सिलेण्डर के रेग्यूलेटर में आग लग जाती है जिसे बंद कर पाना मुमकिन नहीं होता उस समय कोशिश करें की सिलेण्डर को खुले स्थान पर ले जाएं और उस पर पानी से भीगा हुआ कपड़ा, पानी से भीगा हुआ टाट डाल कर आग बुझा दें। बाद में प्लास की मदद से नोजल बंद कर दें।
आग अगर काबू से बाहर है तो तुरंत घर से सभी सदस्यों सहित घर से बाहर निकल जाएं। और तुरंत फायर बिग्रेड को सूचना दें।
फायर एक्ंिटग्यूसर से आग पर काबू पाया जा सकता है। आग लगे हुए सिलेण्डर पर रेत डाल कर आग बुझा सकते हैं।
सिलेण्डर के आस-पास रखी जलने वाली चीजों को तुरंत वहां से हटा देना चाहिए।
- याद रखें सिलेण्डर कभी फटता नहीं है इसमें हमेशा धमाका होता है। धमाका होने के कारण होते हैा कि किचिन में रखे सिलेण्डर में जब आग लगती है और उसके आस पास रखी वस्तुओं में भी आग लग जाती है। धीरे-धीरे किचिन गर्म होने लगती है दिवालें गर्म होने लगती हैं। उसके कारण वहां का हीट टेंप्रेचर बढऩे लगता है। टेंप्रेचर बढऩे के कारण सिलेण्डर का तापमान भी बढऩे लगता है जिसके कारण धमाका हो जाता है। आग बुझाने में नाकामयाब हों तो कोशिश करें की सिलेण्डर पर लगातार पानी डालते रहें। जिससे उसका तापमान कंट्रोल में रहे।