एमपी विधानसभा की कार्रवाई में शिवराज-कमलनाथ के बीच बहस

भोपाल
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है. सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. टकराहट सीधे सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज सिंह के बीच हुई. मुद्दा था प्रदेश का सरकारी ख़ज़ाना. शिवराज सिंह चौहान के आरोपों का सीएम कमलनाथ ने ये कहकर जवाब दिया कि हम आपकी सरकार का कच्चा चिट्ठा खोलेंगे.

विधान सभा के दूसरे दिन विपक्ष तीखे तेवर के साथ सदन में दाख़िल हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही वो सरकार पर हमलावर हो गया. प्रदेश के खाली ख़ज़ाने पर सदन में हंगामा होने लगा.सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज आमने सामने हो गए. दरअसल मेधावी छात्रवृत्ति योजना को लेकर पक्ष विपक्ष में तीखी नोकझोंक शुरू हो गयी थी. चर्चा के दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा हमें खाली ख़ज़ाना मिला था.फिर भी हम भरोसा दिलाते हैं कि योजना को बंद नहीं किया जाएगा. इस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटकर जवाब दिया. वो कमलनाथ से बोले कि अब आप खाली ख़ज़ाना कहना बंद कीजिए.ये कोई औरंगज़ेब का ख़ज़ाना नहीं है जो लूटकर लाए थे और खाली हो गया. अब बारी सीएम की थी. सीएम कमलनाथ ने शिवराज सिंह से कहा,-चिंता मत कीजिए हम आपकी सरकार का पूरा कच्चा चिट्ठा बताएंगे.

शिवराज का सवाल
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने मेधावी छात्रवृत्ति योजना को लेकर सरकार से सवाल किया था.सरकार ने जवाब में बताया कि 2019-20 सत्र के लिए अप्रैल में 11 हजार 248 छात्रों को योजना का फायदा दिया गया.इस पर शिवराज ने फिर सवाल उठाया कि आखिर लाभार्थी छात्रों की संख्या इतनी कम कैसे हो गयी. 2017-18 में 22695 छात्रों और 2018-19 में 35570 छात्रों को योजना का लाभ दिया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार योजना को बंद करने की तैयारी कर रही है.

MCU छात्रों का मामला विधानसभा में गूंजा
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सदन में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का मुद्दा उठाया. शिवराज सिंह ने कहा छात्रों के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है.उन्होंने छात्रों पर की गई FIR और निष्कासन तुरंत वापस लेने की मांग की. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी कहा छात्रों पर लाठीचार्ज करना गलत है. जिन फैकल्टी पर कार्रवाई होना चाहिए उनके बजाए छात्रों पर कार्रवाई की जा रही है.

 डॉ गोविंद सिंह का बयानसंसदीय कार्यमंत्री डॉ गोविंद सिंह ने सदन में आश्वासन दिया कि छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी.

मेग्निफिसेंट एमपी में एक भी MoU साइन नहीं
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सवाल पूछा था कि इंदौर में अक्टूबर 2019 में आयोजित मेग्निफिसेंट एमपी में कितने MoU साइन हुए. सीएम कमलनाथ की ओर से आए सरकार के जवाब में जानकारी दी गयी कि मेग्निफिसेंट एमपी में एक भी MoU साइन नहीं हुआ है. आयोजन में औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग ने किसी भी निवेशक के साथ MoU साइन नहीं किया.गोपाल भार्गव ने मेग्नीफिसेन्ट एमपी के आयोजन पर सवाल उठाए कि सरकार ने एक लाख करोड़ के MoU साइन करने का दावा किया था.
सीएम की दावोस यात्रा के बाद स्थापित हुए उद्योग को लेकर भी गोपाल भार्गव ने सवाल पूछा इस पर सीएम कमलनाथ ने जवाब में लिखा – किसी यात्रा विशेष के संबंध में ठोस आंकड़े दिया जाना संभव नहीं, निवेश आना निरन्तर प्रक्रिया है.

यूरिया संकट पर प्रदर्शन
इससे पहले बीजेपी ने प्रदेश में यूरिया संकट के विरोध में मार्च किया. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और शिवराज सिंह चौहान के साथ पार्टी विधायक प्रदर्शन करते हुए विधानसभा पहुंचे. ये मार्च बिड़ला मंदिर से शुरू होकर विधान सभा भवन तक पहुंचा. वित्त मंत्री तरुण भनोत सदन में 2019-20 का पहला अनुपूरक बजट पेश कर रहे हैं. इस पर 19 दिसंबर को विधानसभा में चर्चा शुरू होगी.

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