एक दिन पहले ही लगी थी पीछे की फैक्ट्री में आग, लेते सबक तो बच जाती 43 लोगों की जान

 
नई दिल्ली 

दिल्ली के अनाज मंडी में जहां रविवार को आग लगी, उस जगह के पीछे कल भी एक फैक्ट्री में आग लग गई थी. लेकिन प्रशासन ने इसके बाद भी कोई सबक नहीं लिया.

हालांकि शनिवार को लगी आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली. बता दें कि रविवार को फैक्ट्री में लगी आग में 43 लोग मौत के मुंह में समा गए.
 
रविवार सुबह पश्चिमी दिल्ली के रानी झांसी रोड इलाके स्थित एक कारखाने में बड़े पैमाने पर लगी आग में अभी तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए.

आग में मारे गए सभी लोग मजदूर थे और जब सुबह 4.30 और 5 बजे के बीच आग लगी तब वे सो रहे थे.

पुलिस ने कहा कि कारखाने के मालिक के खिलाफ एक आवासीय क्षेत्र से बैग विनिर्माण इकाई के संचालन और सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं करने के लिए प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है.

अग्निशमन विभाग ने बताया कि बाजार में आग लगने की सूचना उन्हें सुबह करीब 5.22 पर मिली, जिसके बाद 25 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं. आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लग सकता है.

वहीं पुलिस ने बताया कि कारखाने के मालिक के खिलाफ आवासीय क्षेत्र से बैग बनाने के कारखाने के संचालन और सुरक्षा मापदंडों का पालन न करने को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैक्ट्री अग्निकांड में मारे गए लोगों के परिजन को बतौर अनुग्रह राशि 2-2 लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है. दिल्ली के अनाजमंडी इलाके में लगी आग में 43 लोगों की मौत हो गई है और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएमएनआरएफ से दिल्ली में भयावह अग्निकांड में मारे गए लोगों के परिजन को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. इसके साथ प्रधानमंत्री ने आग में गंभीर रूप से घायल प्रत्येक व्यक्ति के लिए 50,000 रुपये देने की मंजूरी दी है. "

इससे पहले दिल्ली सरकार ने रविवार की सुबह पश्चिम दिल्ली के रानी झांडी रोड इलाके में लगी आग में मारे गए लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की. सरकार ने घायलों को एक लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की.

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